
बिहार में 125 यूनिट मुफ्त बिजली की गिनती कैसे होगी? कंपनी ने बिल का उदाहरण देकर समझाया
संक्षेप: बिहार में इस महीने से मिलने वाली मुफ्त बिजली की गणना कैसे होगी, कंपनी ने बिल का उदाहरण देकर यह समझाया है। 125 मुफ्त बिजली की गणना प्रतिदिन के उपभोग के हिसाब से की जाएगी।
चुनावी साल में बिहार की नीतीश सरकार की घोषणा के बाद राज्य के सभी एक करोड़ 86 लाख घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को इसी महीने से 125 यूनिट मुफ्त बिजली मिलेगी। बिजली कंपनी ने बिल का उदाहरण देकर मुफ्त बिजली का पूरा गणित समझाया है। दरअसल, बिजली उपभोक्ताओं को एक महीना पूरा होने से पहले या फिर महीना बीत जाने के बाद भी बिल आता है। ऐसे में उपभोक्ता कंफ्यूज हैं कि उनकी मुफ्त बिजली की गणना कैसे की जाएगी।

बिजली कंपनी ने बताया कि उपभोक्ताओं को दैनिक खपत के अनुसार बिजली में छूट का लाभ मिलेगा। अगर किसी उपभोक्ता को 30 दिन के बदले 40 दिनों में बिजली बिल मिलेगा तो उनको उसी अनुपात में 167 यूनिट मुफ्त बिजली का लाभ मिलेगा। लेकिन किसी उपभोक्ता को 25 दिनों में ही बिजली बिल मिलता है तो उनको 104 यूनिट पर कोई शुल्क देना नहीं होगा और शेष 21 यूनिट का बिजली बिल देना होगा।
125 यूनिट तक जीरो बिजली बिल, उसके बाद कितना लगेगा?
कंपनी अधिकारियों के अनुसार हर महीने 125 यूनिट तक ऊर्जा शुल्क, फिक्सड चार्ज और बिजली शुल्क नहीं लगेगा। अगर कोई उपभोक्ता 126 यूनिट बिजली खपत करेंगे तो अतिरिक्त एक यूनिट पर पूर्व से लागू अनुदानित दर से बिजली बिल बनेगा। साथ ही उसी एक यूनिट पर इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी या फिक्सड चार्ज उठे हुए भार या स्वीकृत भार का 75 फीसदी दोनों में से जो अधिक होगा, वह लागू होगा।
125 यूनिट से अधिक खपत होने पर अगर कोई उपभोक्ता स्वीकृत भार से अधिक बिजली उपभोग करेंगे तो उनको पूर्व की तरह ही जुर्माना देना होगा। 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली मिलने का जिक्र बिल में होगा। वहीं एक ही घर में तीन फ्लोर होने पर अलग-अलग कनेक्शन लेने की स्थिति में आवेदकों की पात्रता देखी जाएगी। नए बिजली कनेक्शन के लिए एक प्रक्रिया तैयार की जा रही है।
सब-मीटर वाले किरायेदारों को मुफ्त बिजली का लाभ नहीं
सब-मीटर से बिजली उपभोग करने वाले किराएदारों को नि:शुल्क बिजली का लाभ नहीं मिलेगा, लेकिन जो वैध उपभोक्ता होंगे उन किराएदारों को भी इस सुविधा का लाभ मिलेगा। एडवांस पैसा जमा करने वाले स्मार्ट प्रीपेड मीटर के उपभेाक्ताओं को अगले महीने राशि समायोजित कर दी जाएगी। अगले महीने से प्रीपेड उपभोक्ता जब तक 125 यूनिट बिजली खपत नहीं करेंगे तब तक उनसे ऊर्जा शुल्क व अन्य राशि की कटौती नहीं होगी। लेकिन बकाया होने पर वह वसूली जाएगी।
साउथ बिहार कंपनी के जीएम (राजस्व) अरविंद कुमार ने कहा कि जुलाई से पहले की बकाया राशि उपभोक्ताओं को देनी होगी। इस योजना से जुड़ने के लिए कोई शर्त नहीं है। कंपनी ने तीन वर्षों में सभी घरेलू उपभेाक्ताओं की छतों पर 1.1 किलोवाट का सौर संयंत्र लगाने का निर्णय लिया है। कुटीर ज्योति के उपभोक्ताओं को पूरी सहायता दी जाएगी। अन्य घरेलू उपभोक्ताओं को सब्सिडी दी जाएगी। जो उपभोक्ता सोलर पावर प्लांट लगाए हुए हैं, उनके द्वारा दी जा रही बिजली और कंपनी की ओर से की जा रही आपूर्ति को घटाया जाएगा। इसके बाद बची हुई बिजली में 125 यूनिट तक नि:शुल्क बिजली का लाभ मिलेगा।





