सोनपुर में कटौती से बिजली संकट बढ़ा
बिजली संकट के कारण कृषि कार्य बाधित हो रही है शहरी क्षेत्रों में तो पानी की सप्लाई पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है ...
सोनपुर। संवाद सूत्र
राज्य में तीखी धूप और प्रचंड गर्मी से सामान्य जन जीवन अस्त-ब्यस्त होने लगा है। मौसम का पारा दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है। हीट वेव की स्थित उत्पन्न हो गई है। सोनपुर के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में गर्मी की शुरूआत होते ही बिजली संकट बढ़ने लगा है। बीते एक सप्ताह से बिजली व्यवस्था चरमराने लगी है। इससे गर्मी के इस मौसम में सामान्य जन जीवन अस्त-ब्यस्त होने लगा है। बिजली की किल्लत के कारण लोग भारी परेशानी महसूस कर रहे । शहरी क्षेत्रों में तो पानी की सप्लाई पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। लागों के समक्ष शुद्ध पेयजल का संकट उत्पन्न हो जाता है।
सोनपुर के शहरी क्षेत्रों के साथ- साथ विशेष कर ग्रामीण क्षेत्रों में दिन रात मिलाकर दस- बारह घंटे भी बिजली नही मिल पा रही है। यहां के पंप हाउस पर जेनरेटर की व्यवस्था नहीं रहने से बिजली के ठप होने पर जलापूर्ति भी ठप हो जाती है। ऐसी स्थिति में रजिस्ट्री बाजार बरबटटा बाजार के आसपास के लोग चांपाकल,कुओं केअलावा रेल क्षेत्र से पानी लाकर अपनी प्यास बुझाते हैं।
दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति तो और भी बदतर है। कृषि कार्य बाधित हो रहा है। बिजली संकट के कारण मोटर चालित पंपों से खेतों में सिंचाई नहीं हो पा रही है। रोटेशन के अनुसार कायदे से आठ- दस घंटे भी बिजली नहीं मिल पा रही है। लोगों में आक्रोश उभरने लगा है। यह आक्रोश कभी भी आंदोलन का रूप ले सकता है।
सामाजिक कार्यकर्ता ध्रुवदेव शर्मा, संजय कुमार ललन, पंकज कुमार, अजय सिंह, छोटेलाल सिंह, संजीव कुमार सिंह राजा आदि ने बताया कि बिजली आपूर्ति में भारी कटौती किये जाने से इस गर्मी में लोगों को भारी परेशानी हो रही है। शहरी क्षेत्रों में तो पानी की सप्लाई पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। लागों के समक्ष शुद्ध पेयजल का संकट उत्पन्न हो जा रहा है।
इस संबंध में सरकारी मोबाइल पर कई बार प्रयास के बाद भी सहायक विद्युत अभियंता और कनीय विद्युत अभियंता से संपर्क नहीं हो सका। वे सामान्यत: आम उपभोक्ता के कॉल को रिसीव नहीं करते। विद्युत विभाग के एक कर्मी ने बताया कि सोनपुर में पांच फीडर है। सोनपुर को 12 मेगावाट बिजली की आवश्यकता है। जबकि वर्तमान में सोनपुर को कभी चार तो कभी पांच मेगावाट बिजली ही मिल पा रही है। रात में तो पावर बहुत कम मिल रही है। उन्होंने यह भी बताया कि तत्काल रोटेशन के आधार पर बिजली की आपूर्ति की जा रही है।