एनडीआरएफ ने 450 स्काउट गाइड को किया प्रशिक्षित
एनडीआरएफ टीम के कमांडर विपिन कुमार सहित टीम के सभी सदस्यों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर इन सभी का स्वागत...

हाजीपुर। संवाद सूत्र
जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा के निर्देशानुसार आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से शनिवार को भारत स्काउट एवं गाइड, वैशाली से जुड़े सभी स्काउट गाइड एवं शिक्षकों को एनडीआरएफ टीम आपदा मोचक दल ने आपदा नियंत्रण व उससे बचाव का प्रशिक्षण दिया। जीए इंटर स्कूल कैंपस हाजीपुर स्काउट भवन में आयोजित आपदा सुरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत जिले के 450 स्काउट गाइड एवं 105 स्काउट गाइड शिक्षक शामिल हुए।
प्रशिक्षण के दौरान स्काउट गाइड ने तमाम तरह के बचाव संबंधी सवाल भी किया जिसका जवाब एनडीआरएफ टीम की ओर से दिया गया। टीम ने भूकंप के दौरान स्कूली बच्चों को किस प्रकार अपने आप को अपने साथियों को बचाया जा सके और रोड एक्सीडेंट, चोट लगने पर क्या प्राथमिक उपचार देना चाहिए, इसके बारे में जानकारी। सर्पदंश, बाढ़, भूकंप से निपटने के तरीको के संबंध में प्रशिक्षण भी दिया गया। वहीं स्काउट गाइड के छात्र-छात्राओं ने डेमो भी प्रस्तुत किया। टीम कमांडर विपिन ने एनडीआरएफ के संरचना एवं कार्यशैली व आपदा प्रबंधन के विषय में विस्तृत जानकारी दी। शुभारम्भ में जिला संगठन आयुक्त ऋतुराज ने एनडीआरएफ टीम के कमांडर विपिन कुमार सहित टीम के सभी सदस्यों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर इन सभी का स्वागत किया।
आपदाओं के समय स्काउट गाइड की भूमिका महत्वपूर्ण
टीम कमांडर विपिन ने कहा कि स्काउट गाइड हमेशा समाज सेवा एवं देश सेवा के लिए अपने आप को तैयार करती है और समाज की सेवा में हमेशा तत्पर रहती है। इसलिए इन आपदाओं के समय में भी स्काउट गाइड की भूमिका अहम होती है। इसलिए सभी स्काउट गाइड को आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण लेना अनिवार्य है।जिला संगठन आयुक्त ऋतुराज ने अपने संबोधन में कहा कि आपदा कभी भी कहीं भी आ सकती है। यह किसी को बताकर नहीं आती इसलिए हम सभी को सदैव तैयार ही रहना चाहिए।
आपदाओं के बचाव का दिया प्रशिक्षण
प्रशिक्षण में भूकंप, बाढ़ से पूर्व, दौरान तथा बाढ़ के बाद कि जाने वाली तैयारी ,तथा आग जैसी आपदाओ के दौरान बचाव उपायो के बारे में डेमोंस्ट्रेशन देकर समझाया गया। साथ ही इन आपदाओ में प्रयोग करने वाली रेसक्यू तकनीक, फसे हुए लोगो को निकालने एवं उन्हें प्राथमिक उपचार देने के बारे मे बताया गया। प्रशिक्षण दल में इंस्पेक्टर विपिन के साथ हेड कांस्टेबल हरवीर, उमेश चंद, कांस्टेबल मृत्युंजय, मन्जी यादव, रामप्रकाश आदि शामिल थे।
