अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस : छात्राओं-शिक्षिकाओं ने किया योगाभ्यास
वैशाली महिला महाविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस काउंट डाउन कार्यक्रम के अंतर्गत छात्राओं एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं ने योगाभ्यास...
हाजीपुर। संवाद सूत्र
वैशाली महिला महाविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस काउंट डाउन कार्यक्रम के अंतर्गत छात्राओं एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं ने योगाभ्यास किया। राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ रेशमा सुल्ताना के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्या प्रो. डॉ लक्ष्मी कुमारी ने की। कार्यक्रम के दौरान योग प्रशिक्षक रत्नेश कुमार ने कॉलेज परिसर में सामुदायिक योगाभ्यास कराया।
राष्ट्रीय सेवा योजना पदाधिकारी डॉ रेशमा सुल्तान ने छात्राओं को बताया कि शरीर और मन को शांत करने के लिए यह शारीरिक और मानसिक अनुशासन का एक संतुलन बनाता है। यह तनाव और चिंता का प्रबंधन करने में भी सहायता करता है। योगासन से शक्ति, शरीर में लचीलापन और आत्मविश्वास विकसित करने में मदद मिलती है। इस अवसर पर शिक्षक एवं छात्राओं ने पद्मासन, वज्रासन, नौकासन, गोमुखासन, मकरासन, मुक्तासन, अनुलोम विलोम, सूर्य नमस्कार इत्यादि योगा का अभ्यास किए। कार्यक्रम में कॉलेज के सभी शिक्षक एवं छात्राएं उपस्थित थीं।
योगाभ्यास से बीमारियां स्वतः होती है समाप्त
प्राचार्या डॉ लक्ष्मी ने कहा कि योग भारतीय संस्कृति का अनमोल उपहार है। भारत में योग का इतिहास लगभग 2000 वर्ष पुराना बताया गया है। स्वामी विवेकानंद ने अपने शिकागो सम्मेलन के भाषण में योग का संदेश संपूर्ण विश्व को दिया था। ऋग्वेद में भी योग की संपूर्ण व्याख्या की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहल पर अमेरिका ने 123 सदस्यों की बैठक में अंतराराष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव पास कर दिया था। 21 जून 2015 को पूरे विश्व में पहली बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। योग हमारे शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। उन्होंने छत्राओं से प्रतिदिन योग करने की सलाह देते हुए कहा कि इसके नियमित अभ्यास से कई बीमारियां खुद ब खुद खत्म हो जाती है।