राजनीति में बराबर की भागीदारी के लिए वोट पर जमकर करेंगी चोट
नगर के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान संतपाल हाई स्कूल के सभागार में आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान द्वारा आयोजित संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने राजनीति में अपने अधिकार,शिक्षा, अपनी समस्याओं और उनके समाधान...
नगर के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान संतपाल हाई स्कूल के सभागार में आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान द्वारा आयोजित संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने राजनीति में अपने अधिकार,शिक्षा, अपनी समस्याओं और उनके समाधान पर पर खुलकर अपने विचार साझा किए।
कार्यक्रम में स्कूल की निदेशक और राष्ट्रीय स्तर पर कई बड़े शैक्षिक सम्मान पानेवालीं डा. राधा कुमार और पहली बार वोटर बनीं छोटी मड़ई मोहल्ले की निधि कुमारी समेत लगभग सौ महिलाओं ने भाग लिया। सभी शिक्षण से जुड़ीं और अपने अधिकारों के प्रति पूरी तरह सचेत और सबकी यही समान राय कि जब महिलाएं आधी आबादी हैं तो नारी सशक्तीकरण के मौजूदा दौर में राजनीति और सत्ता में उनकी कम से कम आधी भागीदारी जरूर तय कीजानी चाहिए तभी महिलाएं देश की मुख्य धारा बनकर अपनी प्रतिभा और क्षमता का बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगी। बेशक, पहले की तुलना में महिलाओं की शैक्षिक, आर्थिक, सामाजिक स्थितियों में बदलाव आया है लेकिन अब भी उनके आगे बढ़ने में, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, पुरुष प्रधान समाज की मानसिकता बाधक बनती रहती है।
देश के बड़े राजनीतिक दलों ने सत्ता में महिलाओं की उचित भागीदारी के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की बात चला रखी है लेकिन डेढ़ दशकों के बाद भी किसी भी राजनीतिक दल ने 33 प्रतिशत सीटों पर महिलाओं को उम्मीदवार बनाने की पहल नहीं की। नतीजतन, देश की विधान सभाओं और संसद में उनकी संख्या अंगुलिगण्य होती है। यह स्थिति बदलनी चाहिए। महिलाओं ने दो टूक लहजे में कहा- जब हमारी आबादी आधी तो हमें भी इन देश की किस्मत गढ़नेवाली इन संस्थाओं में बराबरी का हक मिलना चाहिए। सभी ने इन सभी मुद्दों पर पूरी बेबाकी से विचार व्यक्त किए।
देश के विकास के लिए जमकर करें वोट: डा. राधा कुमार
संतपाल हाई स्कूल की निदेशक डा. राधा कुमार ने कहा कि देश के विकास के लिए महिलाओं को जमकर वोट करना है। महिलाओं को अपने वोट के प्रति जागरूकता दिखानी होगी। मतदान क दिन बूथों पर जाएं और अपने मताधिकार का प्रयोग करें। इसी के साथ उन्होंने महिलाओं में शिक्षा पर ज्यादा जोर दिया और कहा कि गांवों की महिलाओं के बीच शिक्षा का ज्यादा प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए और इस कार्य में हमारी शिक्षण संस्था बढ-चढ़कर कार्य कर सकती है।