
महीनों बाद सेंटर पर पहुंचे पशु चिकित्सक को किसानों ने घंटों बैठाए रखा
संक्षेप: पशु कृत्रिम गर्भाधान सेंटर पर डॉक्टर के नहीं आने से बिचौलिए होते हैं हावी कृत्रिम गर्भाधान के लिए तीन से 400 रुपए निजि डाक्टर द्वारा लिया जात है
भगवानपुर। सं.सू. प्रखंड अंतर्गत रतनपुरा मठ स्थित पशु कृत्रिम गर्भाधान सेंटर पर महीनों बाद आये डाक्टर दिनेश प्रसाद सिंह को किसानों ने घंटों बंधक बनाए रखा। इस दौरान सेंटर पर पहुंची मोबाइल पशु चिकित्सालय की गाड़ी को भी किसानों ने रोक लिया। किसानों का कहना था कि उक्त सेंटर पर पदस्थापित डॉक्टर महीनों गायब रहते हैं। इससे किसान उन्हें पहचानते भी नहीं हैं। सेंटर बंद रहता है। किसानों ने डॉक्टर पर विचौलिया के माध्यम से प्राइवेट डॉक्टर से सिमेन बेचने का आरोप लगाया। किसानों का कहना था कि 2024 में उक्त डाक्टर की पोस्टिंग उक्त सेंटर पर हुई है, लेकिन आज पहली बार सेंटर पर दिखाई दिए हैं।

किसानों का यह भी आरोप है कि उक्त डाक्टर के द्वारा एक भी मवेशी को सिमेन नहीं दिया गया है। आज भी सेंटर पर सिमेन उपलब्ध नहीं है। डायल 1962 पर फोन करने से कभी मोबाइल पशु चिकित्सालय समय से नहीं पहुंचता है। इलाज के अभाव में लंपी बीमारी से गांव में दर्जनों मवेशियों की मौत हो गई। किसानों ने बताया कि वरीय पदाधिकारी के आने बाद ही डॉक्टर एवं मोबाइल पशु चिकित्सालय को छोड़ा जाएगा। मौके पर उपस्थित मोबाइल पशु चिकित्सालय के स्टाप सतीश कुमार शुक्ला ने बताया की मोबाइल पशु चिकित्सालय के डाक्टर राकेश कुमार बीते दो दिनों से छुट्टी पर हैं। 1962 पर कॉल करने के बाद नहीं आने के संबंध में पूछे जाने पर बताया कि हमलोग पटना द्वारा भेजे गए लोकेशन पर किसानों के यहां पहुंचते हैं। किसानों ने बताया एक कृत्रिम गर्भाधान के लिए तीन से 400 रुपए निजि डाक्टर द्वारा लिया जाता है। भगवानपुर - 01 - सोमवार को पशु कृत्रिम गर्भाधान सेंटर पर डॉक्टर को बैठाकर रखी किसानों की भीड़।

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