राजस्व कर्मियों की कमी से कुचायकोट में दाखिल-खारिज लटका
समस्या एक हजार आवेदन लंबित पड़े हुए हैं। पहले से ही आरटीपीएस काउंटर पर आये आवेदनों की जांच, लगान रसीद व अन्य काम का बोझ पड़ा हुआ है। सबसे बड़ी बात यह कि कई सालों तक अंचल में जमीन विवाद निपटारे की सबसे...

समस्या
-प्रखंड की 31 पंचायतों में केवल 13 राजस्व कर्मचारी हैं तैनात
- एक हजार दाखिल खारिज के आवेदन अंचल में हैं लंबित
कुचायकोट। एक संवाददाता। प्रखंड में कुल 31 पंचायतें हैं। लेकिन, राजस्व कर्मचारी महज 13 तैनात हैं। इसी में एक राजस्व कर्मचारी अंचल निरीक्षक के प्रभार में हैं। राजस्व कर्मचारियों की भारी कमी की वजह से अंचल संबधित कार्य नहीं निपटा पा रहे हैं। एक तो कर्मियों की कमी ऊपर से काम का ज्यादा बोझ से कर्मचारी समेत आम लोग भी परेशान हैं। दाखिल खारिज काम राजस्व कर्मचारियों की कमी से लटक हुआ है। बताया जा रहा है कि वर्ष 2021-22 में दाखिल खारिज के लिए अब तक 3 हजार 5 सो आवेदन कार्यालय में जमा कराए गए हैं। इसमें से 2 हजार 5 सौ आवेदनों का निपटारा हुआ है। जबकि, एक हजार आवेदन लंबित पड़े हुए हैं। पहले से ही आरटीपीएस काउंटर पर आये आवेदनों की जांच, लगान रसीद व अन्य काम का बोझ पड़ा हुआ है। सबसे बड़ी बात यह कि कई सालों तक अंचल में जमीन विवाद निपटारे की सबसे महत्वपूर्ण पद अमीन की कुर्सी खाली रहने की वजह से काम बाधित रहा। चार माह पहले अमीन की तैनाती की गई है। सीओ उज्जवल कुमार चौबे ने बताया कि राजस्व कर्मियों की कमी की वजह से पेंडिंग दाखिलखारिज कार्य जल्द से जल्द निपटाए जाएंगे। अमीन की तैनाती हो चुकी है। जमीन की मापी का कार्य आसानी से होगा। इससे भूमि विवाद का निपटारा तुरंत हो सकेगा।
