दवाओं को फेंके जाने के मामले की जिलास्तरीय टीम ने की जांच
डीएम को देंगे रिपोर्ट दिनों में शौचालय की टंकी, घास-फूस तथा जीर्ण-शीर्ण भवन में भारी मात्रा में एक्सपायर्ड और अन एक्सपायर्ड दवाएं मिलने के बाद डीएम के निर्देश पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. शक्ति...
डीएम को देंगे रिपोर्ट
- भोरे अस्पताल में जांच के दौरान दो दिनों तक मिली थीं जहां-तहां फेंकी गई दवाएं
- जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी के नेतृत्व में पहुंची तीन सदस्यीय टीम ने की जांच
भोरे। एक संवाददाता। रेफरल अस्पताल भोरे के परिसर में फेंकी गई दवा का मामला तूल पकड़ने लगाा है। पिछले दो दिनों में शौचालय की टंकी, घास-फूस तथा जीर्ण-शीर्ण भवन में भारी मात्रा में एक्सपायर्ड और अन एक्सपायर्ड दवाएं मिलने के बाद डीएम के निर्देश पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. शक्ति कुमार सिंह के नेतृत्व में गोपालगंज से पहुंची तीन सदस्यीय टीम ने पूरे मामले की बारीकी से जांच की। जांच के बाद टीम के सदस्यों ने बताया कि पूरे मामले की रिपोर्ट वरीय पदाधिकारियों को शीघ्र दे दी जाएगी। रेफरल अस्पताल के परिसर में भारी मात्रा में फेंकी मिली दवाओं की खबर समाचार पत्रों प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद शनिवार को जिला परिषद उपाध्यक्ष अमित कुमार राय ने भी रेफरल अस्पताल पहुंचकर पूरे मामले की जांच की थी। जांच के दौरान जर्जर भवन में दवाओं से भरे कार्टन को छुपा कर रखने तथा अस्पताल परिसर में फैले घास-फूस में दवाओं को जलाए जाने की बात भी सामने आई थी। सरकार द्वारा फैमिली प्लानिंग के लिए जोड़ों को मुफ्त में दिये जाने वाले निरोध और गर्भ निरोधक गोलियां भी बड़ी मात्रा में मिली थीं। बा द में बीडीओ डॉ. संजय कुमार राय ने भी मौके पर पहुंचकर पूरे मामले की जांच की थी। जांच के दौरान फेंकी गयी 19 प्रकार की दवाओं का सैंपल एकत्रित भी किया गया था। जिप उपाध्यक्ष अमित कुमार राय ने पूरे मामले से डीएम को भी अवगत करा दिया था। जिसके बाद डीएम ने जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया था।