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धान क्रय के लिए जिले के 60 केन्द्रों का किया गया चयन

एगा क्रय केन्द्र इंफो 14 सौ से अधिक किसानों ने कराया धान बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन 94 हजार एमटी धान की पिछले वर्ष जिले में हुई थी रिकॉर्ड खरीद फोटो- 105- गोपालगंज/कुचायकोट। हिटी। जिले में बुधवार से...

धान क्रय के लिए जिले के 60 केन्द्रों का किया गया चयन
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,गोपालगंजWed, 01 Nov 2023 12:00 AM
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- फिलहाल पिछले वर्ष के लक्ष्य के अनुसार जिले में धान खरीद की चल रही तैयारी
- निर्धारित मापदंड पूरा करने वाले पैक्स व व्यापार मंडल को बनाया जाएगा क्रय केन्द्र

इंफो

14 सौ से अधिक किसानों ने कराया धान बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन

94 हजार एमटी धान की पिछले वर्ष जिले में हुई थी रिकॉर्ड खरीद

गोपालगंज/कुचायकोट। हिटी। जिले में बुधवार से धान की खरीद की अब तक तैयारी पूरी नहीं हो सकी है। धान बेचने के लिए जिले के किसान रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। अब तक जिले के 14 सौ किसानों ने धान बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। इसमें रैयत व गैर रैयत किसान शामिल हैं। लेकिन,अब तक धान खरीद का जिले का लक्ष्य राज्य सरकार के स्तर पर लक्ष्य तय नहीं हो सका है। करीब 60 क्रय केन्द्रों का चयन किया गया है। लेकिन,जिला टॉस्क फोर्स की बैठक नहीं होने से इस पर अंतिम मुहर नहीं लगी है। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। किसानों का कहना है कि समय से धान की खरीदारी नहीं हुई तो पूंजी के अभाव में रबी की बुआई में परेशानी होगी। पंचदेवरी के किसान रामबालक मिश्रा, रामजी मिश्रा, हरेंद्र सिंह, धनंजय मिश्रा, छोटन मिश्रा, संतोष दुबे, प्रदीप सिंह, राज किशोर कुशवाहा ने एक नवंबर से धान की खरीदारी की कहीं कोई तैयारी नहीं दिख रही है। ज्ञात हो कि सरकार ने साधारण धान का समर्थन मूल्य 2183 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। विभाग के अनुसार पैक्सों व व्यापार मंडलों के माध्यम धान की खरीद की जाएगी। निर्धारित मापदंड पूरा करने वाले पैक्स व व्यापार मंडल को ही धान अधिप्राप्ति का केन्द्र बनाया जाएगा। विभाग से निबंधित किसान ही धान की बिक्री कर सकेंगे। जिले में पिछले वर्ष रिकार्ड तोड़ 94 हजार एमटी धान की खरीदारी हुई थी।

किसानों ने कहा जटिल है प्रक्रिया

कुचायकोट के किसान राधेश्याम साह ने बताया कि धान की पैदावार अच्छी नहीं हुई है। जो फसल पक कर तैयार हो गई है,उसकी दौनी पिटनी कर किसान सरकारी स्तर पर क्रय शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। किसान गोरख राय, मोहन सिंह व अखिलेश्वर सिंह ने बताया कि इस वर्ष धान खरीद की प्रक्रिया जटिल है। भू लगान की रसीद व दूसरे कागजात के साथ ऑनलाइल आवेदन के बाद किसान की बायोमेट्रिक पहचान होगी। इसके बाद धान की बिक्री होगी। धान बेचने के बाद खाते में राशि आने का इंतजार करना पड़ेगा। तब तक आगात खेती का समय निकल जाएगा।

नहीं हो रहा है प्रचार प्रसार

1 नवंबर से धान की खरीद के सरकार के निर्देश के बाद भी कहीं प्रचार-प्रसार नहीं दिख रहा है। किसी भी पैक्स पर कोई पोस्टर बैनर व प्रचार प्रचार नहीं दिख रहा है। पैक्स के प्रबंधक अपनी मांगों के समर्थन में पूर्व में ही धान अधिप्राप्ति नहीं करने की घोषणा कर चुके हैं। ऐसी स्थिति में किसानों से धान अधिप्राप्ति करने में पैक्स अध्यक्षों व विभाग को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

अब तक सभी प्रखंडों में नहीं शुरू हो सकी है कटनी

जिले में विगत एक सप्ताह से धान की फसल की कटनी चल रही है। कुछ प्रखंडों में तो दस रोज के बाद कटनी शुरू होगी। ऐसे में जिले के सभी प्रखंडों में एक नवंबर से धान की अधिप्राप्ति शुरू होने की कम ही संभावना दिख रही है। बैकुंठपुर,मांझा,बरौली,थावे व फुलवरिया केकिसानों के अनुसार फसल अभी पूरी तरह से तैयार नहीं है। जिले के किसानों ने करीब 85 हजार हेक्टेयर भूमि में धान की खेती की है।

वर्जन

धान की खरीदारी को लेकर विभाग से कोई दिशा निर्देश अबतक नही मिला। दिशा निर्देश मिलने के बाद किसानों से धान की खरीदारी होगी।

संदीप कुमार सिंह, पैक्स अध्यक्ष, विक्रमपुर

जिले में किसानों से धान खरीद की तैयारी चल रही है। करीब साठ पैक्स को चिह्नित कर चयन किया गया है। पिछले साल के लक्ष्य के अनुरूप धान खरीदने की तैयारी चल रही है। प्रिंस अनुपम कुमार सिंह,जिला सहकारिता पदाधिकारी

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