बिहार के 5 जिलों में स्विट्जरलैंड से सोने की तस्करी, क्या है रूट; कैरियर एजेंट ने उगले राज
कैरियर एजेंट के जरिए सोने की छोटी-छोटी खेप रवाना की जाती है। इस तरह अलग-अलग रास्तों से निकलने वाले कैरियर एजेंट आभूषण व्यवसायियों के ठिकाने पर सुरक्षित माल पहुंचाते हैं। चूंकि एक करोड़ रुपये से कम का सोना होने पर कैरियर एजेंट की गिरफ्तारी नहीं हो सकती है
उत्तर बिहार के पांच जिलों के सोनार स्विट्जरलैंड से तस्करी का सोना मंगा रहे हैं। डीआरआई टीम द्वारा एक किलो सोना के साथ गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के कैरियर एजेंट से पूछताछ में इसका खुलासा हुआ है। उसने डीआरआई को बताया है कि इससे पहले भी मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा और हाजीपुर के आभूषण व्यवसायियों को तस्करी का सोना पहुंचा चुका है। इस खुलासे के बाद डीआरआई ने पूरे सिंडिकेट की जांच शुरू कर दी है।
डीआरआई सूत्रों ने बताया कि स्विट्जरलैंड से सोना की खेप म्यांमार पहुंचती है। म्यांमार से बॉर्डर पार कराकर असम और पश्चिम बंगाल इलाके में सोना की खेप लाई जाती है। फिर तस्करी से सोना मंगाने वाले व्यापारियों को खेप डिलीवर की जाती है। यहां से बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, मुम्बई आदि बड़े शहरों तक सोने की खेप सुरक्षित पहुंचाने वाला सिंडिकेट सक्रिय होता है।
कैरियर एजेंट के जरिए सोने की छोटी-छोटी खेप रवाना की जाती है। इस तरह अलग-अलग रास्तों से निकलने वाले कैरियर एजेंट आभूषण व्यवसायियों के ठिकाने पर सुरक्षित माल पहुंचाते हैं। चूंकि एक करोड़ रुपये से कम का सोना होने पर कैरियर एजेंट की गिरफ्तारी नहीं हो सकती है।
इसलिए सोना जब्ती के बाद भी कैरियर एजेंट जेल नहीं भेजे जाते हैं। उसे नोटिस देकर छोड़ दिया जाता है। अब कम मात्रा में सोना पकड़ाने के बाद आभूषण व्यवसायी आसानी से कागजात बनवा पेश कर देते हैं व जब्त सोना मुक्त करा लेते हैं। इस तरह सोना तस्करी का खेल प्रूफफुल बन गया है।
कैरियर एजेंट से सोना के कागजात मांगे गए
डीआरआई की टीम ने सेना तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किए गए पश्चिम बंगाल से जब्त सोने के कागजात को प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। उसे डीआरआई ने फिलहाल मुचलके पर मुक्त किया है। कागजात प्रस्तुत नहीं करने पर उसके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा। डीआरआई के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कैरियर एजेंट के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर जोगबनी के चिह्नित हुए आभूषण दुकानदार से भी इस संबंध में पूछताछ की जाएगी।
बता दें कि डीआरआई मुजफ्फरपुर की टीम ने शुक्रवार को एक किलो सोना के बिस्कुट के साथ प. बंगाल के कैरियर एजेंट को मैठी टोल के पास से गिरफ्तार किया था। कटिहार से ही उसके पीछे डीआरआई की टीम लगी थी। उसे मैठी टोल के पास दबोचा गया। पूछताछ में पता चला था कि म्यंमार से असम होकर सोना की खेप लाई गई थी। इसमें से एक किलो सोना जोगबनी में आभूषण व्यवसायी को पहुंचाया जा रहा था।
सोना तस्करी के खिलाफ चला था 'राइजिंग सन' अभियान
राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने बीते मार्च में सोना तस्करी के खिलाफ राइजिंग सन नामक अभियान चलाया था। इस अभियान में अलग-अलग लोकेशन से 60 किलो से अधिक सोना जब्त किए गए थे। मुजफ्फरपुर डीआरआई की टीम ने दरभंगा के दिल्ली मोड़ के पास से करीब आठ करोड़ रुपये के सोने की बड़ी खेप जब्त की थी। इस अभियान में डीआईआई ने 30 से अधिक मोबाइल फोन, 17 कारें, दो दोपहिया, 21 इंटरनेट डोंगल आदि जब्त किया था, जिसकी छानबीन के बाद सोना तस्करी के बड़े रैकेट डीआरआई के निशाने पर हैं।
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