चिंताजनक : माता-पिता जबरन भेज रहे बाल मजदूरी के लिए
चिंताजनक : माता-पिता जबरन भेज रहे बाल मजदूरी के लिए चिंताजनक : माता-पिता जबरन भेज रहे बाल मजदूरी के...

कार्यशाला
बोधगया। निज संवाददाता
बाल श्रम मुक्त और बाल संरक्षण युक्त बनाने को लेकर बोधगया के बकरौर गांव में शुक्रवार बाल सुरक्षा मेला का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने बाल मजदूरी पर रोक लगाने की बात कही।
एक किरण आरोह संस्था की ओर से बाल सुरक्षा मेले का आयोजन सेनानी समाज सेवा, बाल जागरूक महादलित टोला, बकरौर में किया गया। संस्था समन्वयक मनोज कुमार ने वह उपस्थित अतिथियों को मानव व्यापर एवं बाल श्रम के बारे में जानकारी दी। बताया कि बकरौर गांव में बाल श्रम कि क्या परिस्थति है। वर्त्तमान समय में 6-14 वर्ष के दर्जनों बच्चे बाल श्रम हेतु गांव के महादलित परिवार से असुरक्षित पलायन कर चुके हैं। सच्चाई यह हैं कि इस गांव के बच्चे शिक्षित होना चाहते हैं। लेकिन उनके माता पिता जबरन डरा धमका कर एवं मारपीट कर उन्हें बाल मजदूरी के लिए भेज देते हैं।
कार्यक्रम तीन बच्चे विक्रम कुमार 9 वर्ष, नीता कुमारी 11 वर्ष, सरिता कुमारी 13 वर्ष, के पिता अनिल मांझी काम कराने के लिए उत्तर प्रदेश भेजना चाहता है। 11 बच्चे जो बकरोर के ही हैं, उन्हें उनके माता पिता ने हिमाचल प्रदेश, कश्मीर, उत्तर प्रदेश, चेन्नई, बेंगलुरु, कर्नाटक बाल मजदूरी के लिए भेज दिया है। कार्यक्रम में अतिथि भीष्म नारायण यादव ने बताया कि बाल मजदूरी के लिए अपने राज्य से बाहर ले जाये गए बच्चों को वापस लाने एवं उनकी शिक्षा को सुनिश्चित करने में हर तरह से सहयोग किया जायेगा। प्रधानाध्यापक मध्य विद्यालय बकरोर, मनोज सिन्हा ने बच्चों की शिक्षा के लिए सभी सरकारी योजनाओं की जानकारी दी।
