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बेटा-बेटी में समानता बनाने वाले जीते हैं सुखी जीवन

बेटा-बेटी में समानता बनाने वाले जीते हैं सुखी जीवन

बेटा-बेटी में समानता बनाने वाले जीते हैं सुखी जीवन
हिन्दुस्तान टीम,गयाSun, 27 Sep 2020 10:11 PM
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बेटी दिवस के अवसर पर रविवार को अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद द्वारा संचालित ओजस्विनी के माध्यम से बेटी दिवस पर बेटियों की अभिलाषा विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मोनिका कुमारी ने कहा कि जिस घर में बेटे और बेटियों में फर्क होता है वह घर कभी भी सुखी नहीं रह सकता। इसलिए बेटी और बेटा में समानता की सोच बनाकर ही लोग सुखी जीवन जी सकते हैं। परिचर्चा में छात्रा नमन्या रंजन ने बेटियों के साथ होने वाले दोयम दर्जे के व्यवहार के प्रति नाराज़गी जताते हुए कहा कि प्रश्न बेटियों के लिए ही क्यों किए जाते हैं। निकिता कुमारी के अनुसार माता-पिता अपनी बेटियों पर विश्वास रखते हुए उन्हें आगे बढ़ने हेतु हर अवसर उपलब्ध करवाने चाहिए। रिंकू कुमारी ने कहा कि अपनी पहचान बनाने हेतु हम बेटियों को मन लगाकर पढ़ना लिखना चाहिए। इस अवसर पर विशिष्ट वक्ता आदर्श मध्य विद्यालय की विज्ञान शिक्षिका डॉ०ज्योति प्रिया, ओजस्विनी की जिलामंत्री आरती कश्यप, महामंत्री शिल्पा साहनी, रिया पाठक, अमीषा भारती, शालू कुमारी, ईशा शेखर सहित अन्य सभी प्रतिभागियों ने घर तथा समाज में बेटियों की वर्तमान स्थिति पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन ओजस्विनी की जिलाध्यक्ष डॉ कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी ने किया।

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