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इमामगंज में इस साल दूल्हे के सिरमौर का बाजार नहीं सजा

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इमामगंज में इस साल दूल्हे के सिरमौर का बाजार नहीं सजा
हिन्दुस्तान टीम,गयाWed, 19 May 2021 05:50 PM
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इमामगंज। एक संवाददाता

लॉकडाउन ने शादी विवाह को लेकर सजने वाले बाजार की रौनक फीका कर दिया है। इस साल लॉक डाउन के कारण इमामगंज, रानीगंज मुख्य बाजार से लेकर प्रखण्ड के छोटे-छोटे बाजार तक मौर की दुकानें नहीं सज रही हैं। मौर की दुकानों का बाजार सुनसान पड़ा हुआ है। बता दें कि इमामगंज चौराहे पर, डुमरिया मोड़ पर व रानीगंज नीचे बाजार में लगन आने के एक माह पहले से ही रंग-बिरंगे राजसी दूल्हे के मौर की दुकानें सज जाती थीं।

लेकिन लॉक डाउन के कारण इस साल दुकानें बंद है। दुकानदार नये-नये मौर बनाकर रखे हुए हैं। लेकिन लॉक डाउन के सख्ती के कारण दुकान को सजा कर नहीं खोल रहे हैं। इससे दूल्हे मनपसंद मौर की जगह किसी प्रकार के मौर पहन कर शादी की रस्म को पूरा कर रहे हैं। दुकानदार शंकर मलाकर कहतें हैं कि इस साल जिस प्रकार से लॉक डाउन की तारीख बढ़ रहा है और सख्ती लागू हो रहा है। मौर बनाने वाला मंहगा समान धरा का धरा रह जायेगा।

हमलोग काफी सामान लगने के बाद पैसा लौटा देने का बाद कर कर्ज लेकर और कुछ उधार मौर बनाने का सामान लाते हैं। गांव के दूल्हों में राजसी मौर व पगडी का मांग ज्यादा रहती थी। उसके लिए वे एक सप्ताह पहले ऑर्डर देकर मौर बनवाते थे। इस बार मौर बनाने के लिए एक भी ऑर्डर नहीं मिला है। इस बार कीमती मौर बनाने के लिए काफी मात्रा में सामान मंगा लिये थे। इस बार यहां अच्छे व राजसी मौर की मांग नहीं हो रही है। लोग लॉक डाउन के कारण किसी तरह का मौर खरीदकर शादी का रस्म पूरा कर रहे हैं। इधर ग्रामीण कहते हैं कि जो मौर पांच सौ में मिलता था, वह अब 12 सौ रुपये में मिल रहा है।

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