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अस्पताल भवन के जीर्णोद्धार में 2 साल से फंसा है टेंडर का पेच

अस्पताल भवन के जीर्णोद्धार में 2 साल से फंसा है टेंडर का पेच एलएईओ की लेटलतीफी से शेरघाटी के स्वास्थ अधिकारी निराश 37 लाख रुपये मुहैया कराए जाने के...

अस्पताल भवन के जीर्णोद्धार में 2 साल से फंसा है टेंडर का पेच
हिन्दुस्तान टीम,गयाFri, 06 May 2022 10:00 PM
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शेरघाटी। निज संवाददाता

शेरघाटी के अनुमंडलीय अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग के शीघ्र जीर्णोद्धार की उम्मीद लगाए स्थानीय स्वास्थ अधिकारियों को स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन (एलएईओ) के शेरघाटी कार्यप्रमंडल के अधिकारियों की लेटलतीफ कार्यशैली से जबर्दस्त निराशा हुई है।

दो साल से ज्यादा की समयावधि गुजर जाने के बावजूद एलएईओ के स्थानीय अधिकारी अस्पताल भवन के जीर्णोद्धार के लिए टेंडर तक फाइनल नहीं कर सके हैं। जाहिर है भवन निर्माण के लिए अब तक बुनियाद भी नहीं डाली गई है। और यह हाल तब है जब गया के तत्कालीन जिलाधिकारी अभिषेक कुमार सिंह ने इस योजना के लिए पैसे का आवंटन करते समय कामना की थी कि छह महीने में भवन बनकर तैयार हो जाएगा। उन्होंने शेरघाटी भ्रमण के दौरान बताया था कि शीघ्रता से भवन का जीर्णोद्धार किया जाना है। डीएम ने विशेष केंद्रीय सहायता योजना (एससीए) के तहत जीर्णोद्धार के लिए राशि उपलब्ध करायी थी।

राज्य स्वास्थ समिति की बैठक में भी उठा भवन निर्माण का मामला

गुरुवार को राज्य स्वास्थ समिति की पटना में हुई एक बैठक में एफआरयू (फस्र्ट रेफरल युनिट) स्तर पर चिकित्सा सुविधाओं की समीक्षा के दौरान भी शेरघाटी अस्पताल के पुराने भवन के जीर्णोद्धार का मामला उठा था। अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डा.राजेंद्र प्रसाद सिंह ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भवन की कमी के कारण अस्पताल में चिकित्सा गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि जीर्णोद्धार के मामले में यह गतिरोध तब बना हुआ है, जब लागत खर्च के रूप में 37 लाख रुपये की रकम दो साल पहले ही एलएईओ के शेरघाटी डिवीजन को मुहैया करायी जा चुकी है।

क्या कहते हैं कार्यपालक अभियंता

इधर एलएईओ के शेरघाटी स्थित कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार रंजन कहते हैं कि टेंडर की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। निविदा से जुड़ी फाइल गया के अधीक्षण अभियंता के स्तर पर लम्बित है। पिछले महीने ही निविदा समिति की बैठक हुई थी, मगर उसमें भी संवेदक के चयन को लेकर कोई निर्णय नहीं किया जा सका है।

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