सुहागिन महिलाएं कल शाम 7.57 से करें करवा चौथ की पूजा
सुहागिन महिलाएं कल शाम 7.57 से करें करवा चौथ की पूजा
सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए बुधवार को करवा चौथ का व्रत करेंगी। दिनभर उपवास रखकर शनिवार की शाम भगवान गणेश और रोहिणी की पूजा-अर्चना करेंगी। पांचांग के अनुसार, करवा चौथ व्रत पूजन का उत्तम समय शाम 7.57 मिनट से शुरू है। बुधवार शाम 7.57 में पूर्ण चांद के दर्शन के बाद व्रती महिलाएं चंद्रमा को अर्घ्य देंगी। इसके बाद जल पीने के बाद फलाहार कर व्रत संपन्न हो जाएगा। व्रत को लेकर शहर के केपी रोड-धामी टोला में में चलनी बिक रही हैं।
पूजन के बाद उड़द और घी से होम करने का विधान
आचार्य नवीन चंद्र मिश्र वैदिक ने बताया कि कार्तिक कृष्ण चौथ व्रत को संकष्टी गणेश चौथ व्रत भी कहते हैं। इस व्रत के प्रधान देवता श्री गणेश हैं। व्रत में पूजन के बाद उड़द और घी से होम करने का विधान है। गणपति को लड्डु का भोग लगाना चाहिए। गणपति पूजन में तुलसी का प्रयोग उचित नहीं है। जबकि दुभ्भी (घास) और बेलपत्र गणेश पर जरूर चढ़ाना चाहिए। आचार्य ने कहा कि लोकाचार के अंतर्गत चांद को चलनी से देखने और पति के हाथ से जल पीने की परंपरा है। गणपति मंत्र का जाप और गणपति अथर्वशीर्ष पाठ कर गणेश से दसों दिशाओं से रक्षा करने की कामना करनी चाहिए।