टिकारी के लोगाें को समर्पित किया अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय
आखिरकार टिकारी क्षेत्र के लोगों का सपना पूरा हो गया। करीब 29 साल बाद टिकारी अनुमंडल में व्यवहार न्यायालय की शुरुआत हुई है। अब न्याय के लिए टिकारी...
आखिरकार टिकारी क्षेत्र के लोगों का सपना पूरा हो गया। करीब 29 साल बाद टिकारी अनुमंडल में व्यवहार न्यायालय की शुरुआत हुई है। अब न्याय के लिए टिकारी के लोगों को गया की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। रविवार को पटना हाईकोर्ट के न्यायाधीश मोहित कुमार शाह ने टिकारी अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि सबको न्याय मिले इस आशा से अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय को आप सबको समर्पित कर रहे हैं। मुंसिफ और सब जज कोर्ट से इसकी शुरुआत की गई है।
उन्होंने कहा कि जेल समेत बाकी व्यवस्था स्थापित होने पर आने वाले समय में यहां क्रिमिनल केसों की सुनवाई भी होगी। यह भी प्रयास होगा कि यहां एडीजे कोर्ट की शुरुआत हो। अधिक से अधिक वाद के निपटारा करने के उद्देश्य से न्यायालय के मॉर्निंग आवर को रद्द कर दिया गया है। न्यायमूर्ति ने कहा कि अधिवक्ता न्यायिक व्यवस्था के पहिया होते है, इनके बिना न्यायिक प्रक्रिया सम्पन्न होना संभव ही नहीं है।
जिले का दूसरा टिकारी अनुमंडल व्यवहार न्यायालय बना
शेरघाटी अनुमंडल व्यवहार न्यायालय के उपरांत जिला में दूसरा अनुमंडल व्यवहार न्यायालय शुरू किया गया है। इसके बनने से फैसलों में तेजी आने की संभावना है। टिकारी में व्यवहार न्यायालय शुरू होने के बाद गया कोर्ट व शेरघाटी कोर्ट का बोझ कम होगा। टिकारी अनुमंडल व्यवहार न्यायालय में अनुमंडल के चारों प्रखंड टिकारी, कोंच, परैया और गुरारू के लगभग एक हजार दीवानी मामले को ट्रांसफर किए जाएंगे। टिकारी अनुमंडल न्यायालय में दीवानी मामले की सुनवाई के लिए दो न्यायाधीश की पदस्थापना की गई है। उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार आरपी मिश्रा द्वारा जारी की गई अधिसूचना के अनुसार सब जज सह अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी आनंद भूषण को सब जज के रूप में व न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम) नूतन कुमारी को मुंसिफ (सिविल जज)के रूप में पदस्थापित किया गया है।
लंबे संघर्ष के बाद शुरू हुआ न्यायालय
मालूम हो कि लंबे संघर्ष के बाद टिकारी में अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय की शुरुआत हुई है। टिकारी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन में अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय का संचालन होगा। इस भवन को 2015 में ही तैयार किया गया था। उसके बाद से 2023 के फरवरी महीने से एक दर्जन से अधिक बार गया से लेकर पटना तक न्यायाधीशों ने जायजा लिया। हर बार निरीक्षण के समय टिकारी के लोगों में कोर्ट शुरू होने की उम्मीद जगी, लेकिन अब यह उम्मीद पूरी हो चुकी है। इस भवन में कोर्ट संचालन के लिए सभी जरूरी व्यवस्था की गई है। यहां रिकॉर्ड रूम, न्यायाधीश के लिए चेंबर, कटघरा, शौचालय, बिजली समेत पेयजल की व्यवस्था की गई है।
विधिवत तरीके से किया गया उद्घाटन
टिकारी अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय का विधिवत उद्घाटन पटना उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति सह गया जजशीप के इंस्पेक्टिंग जज मोहित कुमार शाह ने किया। उद्घाटन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत न्यायमूर्ति मोहित कुमार शाह, प्रिंसिपल जज रविंद्र नाथ त्रिपाठी, जिला जज मनोज कुमार तिवारी व बिहार सरकार के विधि विभाग के विशेष सचिव ज्योतिरूप श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया। विधि विभाग के विशेष सचिव ज्योतिरूप श्रीवास्तव द्वारा सरकार की ओर से अधिसूचना पढ़ी गई। गया न्यायालय की न्यायाधीश नीलम और शिखा शर्मा के नेतृत्व में प्रोबेशनरी न्यायाधीशों ने स्वागत गीत की प्रस्तुति दी।
दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
इसके पूर्व डाक बंगला परिसर में न्यायमूर्ति मोहित कुमार शाह को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। कार्यक्रम के अंत में व्यवहार न्यायालय के शिलापट्ट का अनावरण न्यायमूर्ति श्री शाह ने किया। कार्यक्रम का संचालन सिविल जज स्वाति सिंह और अनूप कुमार मिश्र ने किया। कोर्ट परिसर में जजों ने पौधारोपण भी किया। कार्यक्रम में डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम, एसएसपी आशीष भारती, एसडीएम करिश्मा, एसडीपीओ गुलशन कुमार, नगर कार्यपालक पदाधिकारी अनूपा कुमारी मौजूद थी।
टिकारी ने देश को दिया अटॉर्नी जनरल
जिला जज मनोज कुमार तिवारी ने कहा कि गया मोक्ष और ज्ञान की धरती है। उन्होंने कहा कि टिकारी अनुमंडल विद्या और विधि के क्षेत्र में काफी आगे रहा है। टिकारी ने देश को अटॉर्नी जनरल, मुख्य न्यायाधीश और कई न्यायाधीश दिये हैं। जिला जज ने कहा कि एक सिविल वाद का निष्पादन होने से कई आपराधिक मामले का निष्पादन हो जाता है। अनुमंडल के डेढ़ हजार सिविल मुकदमे हैं। गया फैमिली कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश रविंद्र नाथ त्रिपाठी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।