पुलिस की पिटाई से घायल मजदूर की शेरघाटी में मौत
चार हफ्ते पूर्व लॉकडाउन के दौरान चट्टी मुहल्ले में हुई थी कथित पिटाई, परिजन शव को लेकर अपने घर चले...
लॉकडाउन के दौरान कथित पुलिस की पिटाई से घायल शेरघाटी के चट्टी मुहल्ला में रहने वाले दिहाड़ी मजदूर श्रवण दास की सोमवार को मौत हो गई। हालत बिगड़ने पर दोपहर में परिजन उसे अनुमंडलीय अस्पताल ले गए, जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजन शव को लेकर अपने घर चले आए। परिजनों के मुताबिक गत 31 मार्च को लॉकडाउन के दौरान चट्टी मुहल्ला रोड में पुलिस ने युवक की तब पिटाई कर दी थी, जब वह अपने घर के दरवाजे के पास था। पिटाई से उसका हाथ और पैर टूट गया था। स्वयं मृतक ने भी पिटाई के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए मारपीट की शिकायत की थी। मृतक की पत्नी मंजू देवी का कहना है कि बेरहमी से हुई पिटाई के कारण उसके पति का जो स्वास्थ बिगड़ा तो फिर हालत नहीं संभली और आखिरकार उसकी मौत हो गई। इधर पुलिस ने पिटाई की बात से इनकार किया है। शेरघाटी के थानेदार और ट्रेनी आइपीएस अफसर सागर कुमार का कहना है कि पुलिस गश्ती दल के द्वारा मारपीट की कोई शिकायत थाने को लिखित या फोन से अबतक नहीं मिली है। पिटाई की जो तारीख बताइ जा रही है, उसके हिसाब से चार हफ्ते गुजर गए हैं। ऐसे में बीमारी या दूसरी वजहों से हुई मौत को पुलिस की कथित पिटाई से जोड़ा जाना सही नहीं है। मृत मजदूर के आश्रितों में उसकी पत्नी मंजू देवी के अलावा दस और आठ वर्ष के दो बच्चे क्रमश: विकास और निशा हैं। 21 अप्रैल को शुमाली मुहल्ला में भी पुलिस से हुआ था संघर्ष पाठक अवगत हैं कि गत 21 अप्रैल को शेरघाटी के शुमाली मुहल्ला के निकट गोलाबाजार रोड में एक वकील के घरवालों और पुलिस के बीच हुए संघर्ष के बाद शेरघाटी थाने के एक सब इंस्पेक्टर ददन प्रसाद और मुंशी प्रमोद कुमार का शेरघाटी से तबादला कर दिया गया था।
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