चार दिन पूर्व भी आमस में हुआ था नक्सली हमला
चार दिन पूर्व 21 नवम्बर को भी दिन में ग्यारह बजे अनुमंडल मुख्यालय से दो किलोमीटर दूर आमस थाना क्षेत्र के अकौना गांव के निकट मौसमी नहर पर पुल निर्माण कर रही कम्पनी के कार्यस्थल पर बाइक से पहुंचे एक...
चार दिन पूर्व 21 नवम्बर को भी दिन में ग्यारह बजे अनुमंडल मुख्यालय से दो किलोमीटर दूर आमस थाना क्षेत्र के अकौना गांव के निकट मौसमी नहर पर पुल निर्माण कर रही कम्पनी के कार्यस्थल पर बाइक से पहुंचे एक हथियारबंद दस्ते ने वहां मौजूद मजदूरों को डराने-धमकाने के साथ लेवी डिमांड के लिए एक पत्र दिया था।तब बाइक से आए हमलावरों की सूचना पुलिस के अधिकारियों को भी दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई तो दूर एफआईआर तक दर्ज नहीं की गयी थी। यह पुल अलहुआचक और शेखबिगहा गांव के बीच नहर पर बनाया जा रहा है। पुल का निर्माण पूरा हो चुका है, अब लिंक सड़क बनाई जा रही है। पुल निर्माण कार्य से जुड़े लोगों का कहना है कि इसी वर्ष फरवरी में शुरू हुए निर्माण कार्य के बाद विभिन्न नक्सली गुटों के लोगों ने लेवी डिमांड को लेकर कम से कम छह बार निर्माण स्थल पर हमला कर मजदूरों के साथ मारपीट करने के अलावा फायरिंग तक की, मगर आजतक किसी को पकड़ा नहीं गया। वह भी तब जब दो बार कराई गई एफआईआर में कथित नक्सलियों को नामजद तक किया गया। निर्माण स्थल पर पहला हमला 18 फरवरी को हुआ था, उसके बाद 5 अप्रैल को हमला हुआ। इससे पूर्व मार्च में भी यहां पहुंचकर धौंस पट्टी दी थी। 28 जून को फिर हमला हुआ और पुलिस की नाकामी का फायदा उठाकर पुन: जुलाई में भी यह गिरोह निर्माण स्थल पर तांडव मचाने आ गया। यह सिलसिला आगे भी चलता रहा। स्थानीय लोगों की मानें तो पुलिस की सुस्ती का फायदा उठाकर लेवी डिमांड करने वाला यह गिरोह लगातार अपनी कार्रवाईयों को अंजाम देता रहा। आज की तिथि में भी यह गिरोह क्षेत्र में सक्रिय है।