मोटे अनाज है हमारे देश के पारंपरिक फसल, इससे मिलते है प्रचुर मात्रा में पोषण तत्व
कृषि विज्ञान केंद्र में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय मिलेट अंतर्गत मोटे अनाज के लिए प्रधानमंत्री द्वारा कॉन्फ्रेंस कर सीधे प्रसारण किया गया। इस अवसर पर...

कृषि विज्ञान केंद्र में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय मिलेट अंतर्गत मोटे अनाज के लिए प्रधानमंत्री द्वारा कॉन्फ्रेंस कर सीधे प्रसारण किया गया। इस अवसर पर प्रसारण के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि मोटी अनाज हमारे देश का पारंपरिक फसल है। इससे प्रचुर मात्रा में पोषण तत्व मिलता है इसके सेवन से कुपोषण से बचा जा सकता है। इस दौरान कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. राजीव सिंह ने बताया कि मौसम में हो रहे जलवायु परिवर्तन के मध्य नजर मोटे अनाज मड़वा, सांवा, कुटकी, कोदो, ज्वार,बाजरा इत्यादि खेती कम पानी में कम खर्चे में और कम मेहनत से आसानी से मोटे अनाज का उत्पादन कर सकते हैं। वैज्ञानिक डॉ. अशोक कुमार डॉ. अनिल कुमार रवि इत्यादि शामिल थे।