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गया: मां मंगलागौरी मंदिर में बिना मास्क के प्रवेश पर रोक

8 जून से भस्ककूट पर्वत पर स्थित शक्तिपीठ मां मंगलागौरी मंदिर भी खुल जाएगा। कोरोना वायरस के संक्रमण के माहौल में मां मंगलागौरी मंदिर में बिना मास्क पहने किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक...

गया: मां मंगलागौरी मंदिर में बिना मास्क के प्रवेश पर रोक
गया हिन्दुस्तान टीमWed, 03 Jun 2020 01:10 PM
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8 जून से भस्ककूट पर्वत पर स्थित शक्तिपीठ मां मंगलागौरी मंदिर भी खुल जाएगा। कोरोना वायरस के संक्रमण के माहौल में मां मंगलागौरी मंदिर में बिना मास्क पहने किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक रहेगी।

थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही मंदिर परिसर में प्रवेश मिलेगा। हालांकि अभी मंदिर के गर्भगृह में श्रद्धालुओं का प्रवेश होगा या नहीं इस पर फैसला नहीं हो सका। यह जानकारी मंगलवार को जय मां मंगलागौरी प्रबंधकारिणी समिति ने पत्रकारों को दी। कहा कि 8 जून से मंदिर खुलने को लेकर समिति की बैठक मंदिर परिसर में हुई। इसमें मंदिर खुलने के दौरान सावधानी व व्यवस्था को लेकर मंथन हुआ। समिति के अध्यक्ष शंकर प्रसाद, सचिव अमरनाथ गिरि व सलाहकार बंटी सिंह ने कहा कि मंदिर खुलने के बाद पुजारी हो, श्रद्धालु हो, दुकानदार हो या अन्य कोई, सभी को मास्क लगाना जरूरी है। थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था होगी।

मंदिर परिसर में सेनेटाइजर या हाथ धोने के लिए साबुन की व्यवस्था की जाएगी। खासकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना होगा। इसकी व्यवस्था की जाएगी। कोरोना वायरस के माहौल में सभी लोगों का सहयोग जरूरी होगा। श्रद्धालु मंदिर के गर्भगृह में जाकर पूजा-पाठ करेंगे या बाहर सभा स्थल से ही मां की आराधना करेंगे इसका फैसला समिति की अगली बैठक में होगा। बैठक में प्रसिद्ध गिरि, राजीव रंजन, प्रमोद गिरि, विपिन गिरि, चक्रधर गिरि उर्फ बबलू गिरि, पप्पू गिरि आदि शामिल हुए।

हर दिन भंडारे में चार सौ लोगों को ग्रहण कराया प्रसाद
लॉकडाउन-3 में मंदिर में भंडारे का आयोजन शुरू हुआ। समिति के अध्यक्ष शंकर प्रसाद व सलाहकार बंटी सिंह व चुन्नू सिंह ने बताया कि हर दिन दोपहर भंडारे में मां मंगलागौरी मंदिर के गेट पर भिक्षा मांगने वाले के अलावा जररूतमंदों को माता का भोग लगने के बाद प्रसाद ग्रहण कराया गया। मंदिर के संजय गिरि की देखरेख में प्रतिदिन करीब चार सौ जरूरतमंदों ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। प्रसाद में कभी चावल, दाल सब्जी, कभी पुड़ी-सब्जी हलवा, कभी खिचड़ी तो बिरयानी आदि बांटे गए। बंटी सिंह ने बताया कि समिति का कोष खाली था। लेकिन, उनलोगों ने मिलकर अपने स्तर से भंडारे के खर्चे की व्यवस्था की है। भंडारे में प्रसाद वितरण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने में होमगार्डों की भूमिका अहम रहेगी। समिति की बैठक में लॉकडाउन की तरह सालों भर श्रद्धालुओं के लंगर चलाने की योजना पर विचार हुआ। कहा गया कि अगली बैठक में इसे शुरू करने के फैसले पर मुहर लगेगी।

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