गुरुआ की हाथीदह सिंचाई परियोजना में फंसा एनओसी का पेच
वन विभाग से एनओसी के लिए कार्यपालक अभियंता ने लिखा पत्र, पिछले साल अक्तूबर में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने प्रस्तावित योजना का स्थल निरीक्षण कर चेक डैम निर्माण की एक योजना भी तैयार की...
गुरुआ की हाथीदह चेकडैम सिंचाई परियोजना के कार्यान्वयन में वन विभाग के एनओसी का पेच फंस गया है। गुरुआ की नदौरा पंचायत के विभिन्न गांवों और आस-पास के इलाके में करीब एक हजार एकड़ सूखे खेतों की सिंचाई के लिए चाल्हो पहाड़ी शृंखला की तलहटी में डैम बनाए जाने का सिंचाई अफसरों का इरादा है। पिछले साल अक्तूबर में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने प्रस्तावित योजना का स्थल निरीक्षण कर चेक डैम निर्माण की एक योजना भी तैयार की है। प्रस्तावित चेकडैम के डूब क्षेत्र में वन विभाग की कुछ जमीन आ रही है। गुरुआ के भाजपा विधायक राजीव नंदन दांगी कहते हैं कि विधानसभा के पिछले सत्र में उनके द्वारा तारांकित प्रश्न के माध्यम से सिंचाई की समस्या उठाने पर बात बढ़ी और जल संसाधन विभाग के अधिकारी स्थल देखने भी पहुंचे थे। अब सूत्र कहते हैं कि गया स्थित सिंचाई प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने ढाई महीने पूर्व गया के डीएफओ को पत्र लिखकर इस परियोजना के कार्यान्वयन के पूर्व नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट निर्गत करने का अनुरोध किया था, परंतु अबतक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इधर गया के डीएफओ रणवीर सिंह कहते हैं कि भूमि के एनओसी के लिए निर्धारित प्रपत्र में आवेदन करने की प्रक्रिया है, साथ में उतनी जमीन या जमीन की कीमत के समतुल्य राशि वन विभाग को हस्तगत करानी पड़ती है। इसके बाद ही नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट की फाइल बनती है। उन्होंने कहा कि डीएफओ के स्तर पर इस मामले का निबटारा नहीं होता है।
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