करीब डेढ़ दशक के बाद शेरघाटी के कल्याण छात्रावास में उच्च शिक्षा पाने वाले दलित छात्रों के नामांकन की प्रक्रिया शुरु हुई है। शहर के रंगलाल हाइ स्कूल मार्ग पर स्थित इस छात्रावास में 60 से अधिक छात्रों के रहने की व्यवस्था है।
गया के जिला कल्याण पदाधिकारी की ओर से इस मामले में इसी हफ्ते विज्ञापन प्रकाशित करवाकर जरूरतमंद छात्रों से आवेदन मांगे गए हैं। आवेदन के लिए महीने भर का समय दिया गया है। हाल ही में वर्षों से जर्जर पड़े इस छात्रावास की मरम्मत का काम पूरा हुआ है।
स्थानीय छात्र नेता गयास सरवर ने बताया कि वर्ष 2004 तक इस छात्रावास में रंगलाल हाइ स्कूल और श्री महंथ शतानंद गिरी कॉलेज में पढ़ने वाले दलित छात्र रह रहे थे। बाद के दिनों में रंगलाल हाइ स्कूल के हेडमास्टर और छात्रावास अधीक्षक की उदासीनता की वजह से छात्रों का रहना बंद हो गया था। इस दौरान छात्रावास भवन भी जर्जर हो गए थे और किवाड़-खिड़कियां तक लोग उखाड़ ले गए थे। एक अन्य छात्र नेता राजनंदन पासवान ने बताया कि कल्याण छात्रावास में रहने के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरु होने से दूर दराज के गांवों में रहने वाले दलित छात्र उत्साहित हैं। अब ऐसे छात्रों को छात्रावास में रहकर पढ़ाइ का मौका मिलेगा।