नेपाल में बारिश से गंडक नदी के जलस्तर में तीसरे दिन भी वृद्धि जारी
बाढ़ की आशंकाकिनगर बराज से गंडक नदी के डाउनस्ट्रीम में 97 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया था। मंगलवार को बराज से 1.06 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया । जिससे अगले तीन दिनों तक नदी के जलस्तर...
बैकुंठपुर। एक संवाददाता
जिले में गंडक नदी का जलस्तर लगातार तीसरे दिन भी बढ़ रहा है। सोमवार को पश्चिमी चंपारण जिले के वाल्मीकिनगर बराज से गंडक नदी के डाउनस्ट्रीम में 97 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया था। मंगलवार को बराज से 1.06 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया । जिससे अगले तीन दिनों तक नदी के जलस्तर में कमी आने की संभावना नहीं है। नेपाल में मध्यम दर्जे की बारिश होने की वजह से वाल्मीकिनगर बराज से डिस्चार्ज लेवल में फिर वृद्धि हो रही है। नदी के जलस्तर में पांच से दस सेंटीमीटर तक वृद्धि दर्ज की गई। मटियारी मीटर गेज पर नदी का जलस्तर खतरे के लाल निशान को पार करने की स्थिति में पहुंच गया है। ग्रामीणों की माने तो डेढ़ लाख क्यूसेक से अधिक पानी डिस्चार्ज होने की स्थिति में निचले हिस्से में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
---------------------------------------
अधिकारियों की टीम ने किया निरीक्षण
बैकुंठपुर प्रखंड के गंडक नदी के दियारे में मंगलवार को अधिकारियों की टीम ने निरीक्षण किया। सारण मुख्य तटबंध व जमीदारी बांध का निरीक्षण करने के बाद अंचलाधिकारी पंकज कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि दियारा वासियों को जलस्तर बढ़ने की स्थिति में सतर्क रहने को कहा । निरीक्षण के अधिकारियों ने दौरान बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंताओं से आवश्यक जानकारी ली गई।
----------------------------------------
कमजोर स्थलों पर नजर रख रहे इंजीनियर
बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी गंडक नदी के कमजोर स्थलों पर नजर रख रहे हैं। सिधवलिया प्रखंड के टंडसपुर से लेकर बैकुंठपुर प्रखंड के आशा खैरा तक चिह्नित किए गए सात जगहों पर निगरानी की जा रही है। मुंजा, टंडसपुर, यादवपुर, प्यारेपुर, मटियारी, हेमूछपरा, अदमापुर, शीतलपुर सहित अन्य जगहों पर जिओ बैग तैयार किए गए हैं ताकि बाढ़ एवं कटाव की स्थिति में सख्ती से निपटा जा सके।
----------------------------------------
वर्जन
गंडक नदी के जलस्तर में महज पांच सेंटीमीटर वृद्धि दर्ज की गई है। मटियारी मीटर गेज पर नदी का जलस्तर खतरे के लाल निशान को पार करने की स्थिति में है। जमीदारी बांध एवं सारण मुख्य तटबंध पर विशेष नजर रखी जा रही है।
सचिन कुमार, सहायक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण विभाग