दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के हिंदी विभाग में कार्यरत हिंदी के प्रतिष्ठित युवा कवि, आलोचक डॉ. कर्मानंद आर्य को उनके साहित्यिक योगदान के लिए साहित्य चेतना मंच, सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) द्वारा साहित्य मनीषियों को दिया जाने वाला पहला 'ओमप्रकाश वाल्मीकि स्मृति साहित्य सम्मान' 2020 प्रदान किया गया। पीआरओ मो. मुदस्सीर आलम ने बताया कि डॉ. आर्य कोयह सम्मान साहित्यकार ओमप्रकाश वाल्मीकि जी की स्मृति में आयोजित आनलाईन समारोह में दिया गया। संस्था के सचिव मंडल के सदस्य डॉ. नरेंद्र वाल्मीकि ने इस अवसर पर डॉ आर्य के नाम की घोषणा की। कार्यक्रम के अध्यक्ष साहित्यकार धर्मपाल सिंह चंचल, विशिष्ट अतिथि डॉ. जयप्रकाश कर्दम, डॉ. सुशीला टाकभौरे, श्याम निर्मोही, श्री जेएम सहदेव आदि ने संयुक्त रूप से इसका अनुमोदन किया और ऑनलाईन माध्यम से इसका प्रमाणपत्र प्रेषित किया। कोरोना महामारी के चलते यह कार्यक्रम ऑनलाइन माध्यम से आयोजित किया गया जिसमें देश के कई प्रतिष्ठित साहित्यकारों ने प्रतिभाग किया। विदित हो कि डॉ कर्मानंद आर्य की कविताएं और किताबें विश्वविद्यालयी पाठ्यक्रमों के हिस्सा भी हैं। इस अवसर पर कई अन्य साहित्यकारों को भी सम्मानित किया गया।
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