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VIDEO- बोधगया में भगवान श्रीजगन्नाथ के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु

15 दिनों के एकांतवास से लौटे प्रभु,भक्तों को दर्शन देने कल खुद चलकर आएंगे भगवान,बोधगया। निज संवाददाताभगवान श्रीजगन्नाथ एकांतवास से लौट आए हैं। मंगलवार को बोधगया श्रीजगन्नाथ मंदिर का पट खुल गया। 15...

15 दिनों के एकांतवास से लौटे प्रभु,
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गया हिन्दुस्तान टीमWed, 03 Jul 2019 07:26 AM
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15 दिनों के एकांतवास से लौटे प्रभु,भक्तों को दर्शन देने कल खुद चलकर आएंगे भगवान,बोधगया। निज संवाददाताभगवान श्रीजगन्नाथ एकांतवास से लौट आए हैं। मंगलवार को बोधगया श्रीजगन्नाथ मंदिर का पट खुल गया। 15 दिनों के लंबे एकांतवास से भगवान लौटे तो अपने प्रभु के दर्शन पाकर श्रद्धालु भावुक हो गये। जैसे ही पट खुला भक्त भगवान के दर्शन कर निहाल हो गए।श्रीजगन्नाथ जी के दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। प्रभु के विग्रह को देख भक्त जयकारे लगाने लगे। मंगल गान और आरती से मंदिर गूंज उठा। दर्शन एवं नित्य पूजा के बाद साढ़े दस बजे मंदिर का पट खोला गया।

पुरी से आये ब्राह्मणों और मंदिर के पुजारी ने अनुष्ठान पूर्वक भगवान श्री जगन्नाथ, बलभद्र व बहन सुभद्रा को नये वस्त्रों से सजाया। दिनभर दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। भगवान को खिचड़ी का भोग लगाया गया। शास्त्र के अनुसार, ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन से कलशयात्रा के बाद मंदिर का पट बन्द कर दिया गया था।15 दिनों तक भगवान लेते हैं स्वास्थ्य लाभज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन महास्नान के बाद भगवान बीमार पड़ जाते हैं। 15 दिनों तक भगवान स्वास्थ्य लाभ करते हैं। इस बीच मंदिर का पट बंद कर दिया जाता है। इन दिनों केवल पुजारी ही मंदिर के गर्भगृह में जाकर भगवान श्रीजगन्नाथ की आठों पहर पूजा करते हैं। उन्हें औषधीय गुणों से युक्त प्रसाद का भोग लगाया जाता है।

आषाढ़ शुक्ल पक्ष के प्रथम दिन मंदिर का पट आम श्रद्धालुओं के लिए खोला जाता है।भक्तों को दर्शन देने कल खुद चलकर आएंगे भगवानगुरुवार की सुबह 11 बजे मंदिर से रथयात्रा निकाली जाएगी। इसमें भगवान बलभद्र, जगन्नाथ, सुभद्रा तथा सुर्दशन रथ पर सवार रहेंगे। श्री जगन्नाथ मंदिर से रथ का विधि विधान से पूजन होगा। उसके बाद गाजे-बाजे व हाथी घोड़ा के साथ रथयात्रा निकलेगी। जयश्री जगन्नाथ के उद्घोष के साथ रथ को खिंचते हुए बोधगया का परिभ्रमण कराया जायेगा। उस दिन भगवान मौसी के घर श्रीशंकराचार्य मठ में रात्रि विश्राम करेंगे तथा दूसरे दिन 5 जुलाई को पुन: वापसी होंगी। रथयात्रा को लेकर बोधगया में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है। रथ गुजरने वाले मार्गों पर अतिरिक्त पुलिसबल की तैनाती होगी।

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