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शेरघाटी में दलितों को डस्टबिन के लिए दिखाने पड़ रहे घर के कागजात

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शेरघाटी में दलितों को डस्टबिन के लिए दिखाने पड़ रहे घर के कागजात
हिन्दुस्तान टीम,गयाSat, 12 Jun 2021 09:50 PM
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शेरघाटी। निज संवाददाता

शेरघाटी नगर परिषद के वार्ड नम्बर पांच के अधीन शुमाली मुहल्ले की भुइयांटोली में रहने वाले मजदूर और दलित परिवार के लोगों को सूखे-गीले कचरे एकत्र करने के उद्देश्य से डस्टबिन मुहैया कराने के पूर्व घर के रसीद-पुर्जे मांगे जा रहे हैं। नगर परिषद के इस पेच से एक ही घर में रहनेवाले अलग-अलग परिवार के लोग डस्टबिन से वंचित हो गए हैं।

दलितों की क्या है शिकायत

इसी मुहल्ले में रहने वाली ललिता देवी और सुमन देवी ने कहा कि एक जोड़ी डस्टबिन के लिए घर के कागजात मांगे जा रहे हैं, कागजात नहीं रहने के कारण उन्हें डस्टबिन नहीं दी गई। यही शिकायत फूलकुमारी देवी और अंजू देवी की है। मुन्नी दास और चिंता देवी का कहना था कि उनसे आधार कार्ड की फोटो कॉपी लेकर दो की जगह एक डस्टबिन दी गई। महिलाओं ने दस रुपये की वसूली की शिकायत भी की। बता दें कि शहर में घर-घर कचरा उठाव की सफाई योजना शुरु किए जाने के पहले हर घर में दो रंगों के कूड़ेदान उपलब्ध कराने के लिए नगर परिषद ने सभी वार्डों में पिछले हफ्ते ही वार्ड पार्षदों को डस्टबिन उपलब्ध करायी थी।

नहीं है घर के कागजात की जरूरत: मुख्य पार्षद

डस्टबिन वितरण में इस तरह की मनमानी की शिकायत पर नगर परिषद की मुख्य पार्षद के प्रतिनिधि विनय प्रसाद का कहना है कि घर के कागजात की कोई जरूरत नहीं है। परिवार के मुखिया से केवल आधार कार्ड की कॉपी ली जानी है। उन्होंने कहा कि इस तरह की शिकायत नगर परिषद को नहीं मिली है। इधर स्थानीय वार्ड पार्षद ने सोशल मीडिया में इस तरह की शिकायतों के सामने आने के बाद सफाई दी है कि डस्टबिन वितरण नियम कायदे से किया जा रहा है। पार्षद का कहना था कि उसे बदनाम करने के लिए साजिश की जा रही है।

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