धीरे-धीरे सर्दी का असर बढ़ रहा है। गया में अगले दो दिनों में ठंड बढ़ने का अनुमान है। 48 घंटों में न्यूनतम तापमान करीब तीन से चार डिग्री तक कम हो सकता है। लेकिन, इस माह में कड़ाके की ठंड की आशंका नहीं हैं। आंशिक रूप से बादल के बीच तेज पछुआ चलने के कारण शनिवार को भी अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम रहा जबकि न्यूनतम तापमान तीन डिग्री अधिक ही रहा। शनिवार को अधिकतम 26.6 और न्यूनतम 17.0 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह में नमी की मात्रा 91 तो शाम में 47 फीसदी रही।
मौसम वैज्ञानिक (पटना) एस के पटेल के अनुसार अगले दो दिनों में तापमान में गिरावट का अनुमान है। लेकिन, दिन बाद पश्चिमी विक्षोभ के असर न्यूनतम तापमान में गिरावट रुक जाएगी। विक्षोभ के पास कर जाने के बाद फिर तापमान घटने लगेगा। लेकिन, नवम्बर के अंत कड़ाके की ठंड की आशंका नहीं है। बादल के कारण तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं है।
पिछले सालों के मुकाबले इस वक्त ठंड का असर कम
पिछले करीब दस सालों के मुकाबले इस वक्त ठंड का असर कम है। बीते दस सालों के रिकार्ड के अनुसार नवम्बर के 20 दिन गुजर जाने के बाद न्यूनतम तापमान 13 डिग्री से नीचे रहा है। लेकिन, इस बार पिछले एक हफ्ते में कभी भी न्यूनतम पारा 15 डिग्री से नीचे नहीं गया है। शनिवार को न्यूनतम 17.0 डिग्री रहा। जबकि 21 नवम्बर 2019 को न्यूनतम 12.6, 2018 में 11.6, 2017 में 13.5, 2016 में 12.5 और 2015 में 12.9 डिग्री सेल्सियस रहा है। हालांकि इस साल 2020 में 5 नवम्बर से लेकर 10 नवम्बर तक न्यूनतम तापमान 13 डिग्री से नीचे रहा है। सबसे कम 5 नवम्बर को 10.7 डिग्री दर्ज किया गया है।
गया में शुक्रवार की भोर में हल्की बारिश से दिन में ठंड का अहसास
पिछले तीन-चार दिनों से मौसम का मिजाज बदला है। शुक्रवार की भोर में करीब 4 बजे हल्की बारिश हुई। लेकिन,दिन में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के बीच धूप निकली। 70 फीसदी से ज्यादा नमी के बीच पछुआ चलने से दिन में ठंड का अहसास होता रहा। शनिवार की दोपहर में करीब 22 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से पछुआ चली। नमी के बीच चली तेज हवा से ठंड का ज्यादा अहसास हुआ।