श्रवणश्रुति के जरिए बच्चों को मिल रही नई जिंदगी
श्रवणश्रुति के जरिए बच्चों को मिल रही नई जिंदगी गुरुवार को दो बच्चों को...

श्रवणश्रुति के जरिए बच्चों को मिल रही नई जिंदगी
गुरुवार को दो बच्चों को कॉकलियर इंप्लांट लगाने के लिए भेजा जाएगा कानपुर
पांच साल से कम उम्र के बच्चों की करायी जा रही जांच
कानों की जांच
गया। प्रधान संवाददाता
श्रवणश्रुति कार्यक्रम के जरिए नहीं सुनने और कम सुनने वाले बच्चों को नई जिंदगी मिल रही है। इसके तहत पांच साल से उम्र के बच्चों में नहीं सुनने की समस्या का इलाज हो रहा।
गया के विभिन्न प्रखंडों में कैंप लगाकर ऐसे बच्चों की पहचान की जा रही है। हियरिंग लॉस से पीड़ित दो बच्चों को गुरुवार को इलाज के लिए कानपुर भेजा जाएगा। बुधवार को डीएम डॉ. त्यागराजन से बच्चों और उनके परिजनों ने मुलाकात की। बेलागंज प्रखंड के पंचमहला गांव के मो. आरिफ नदीम के दो साल के पुत्र सैयद रहमान और बोधगया के अग्नि गांव के अजय कुमार की तीन साल की बेटी अनुराधा कुमारी को कानपुर भेजा जा रहा है। 17 अगस्तर 2022 को हुई स्क्रीनिंग में दोनों बच्चे बेरा टेस्ट में पॉजीटिव पाए गए थे। इसके बाद उन्हें प्राथमिक जांच के लिए कानपुर भेजा गया था। अब फिर एक बार कॉकलियर इंप्लांट के लिए कानपुर भेजा जा रहा है।
कानपुर में होगा कॉकलियर इंप्लांट
दोनों बच्चों के साथ उनके माता-पिता जाएंगे। उनकी मदद ईएनटी फाउंडेशन कानपुर के असिस्टेंट मैनेजर आशुतोष सरकार करेंगे। निर्देश दिया गया है कि अच्छी तरह से देखभाल करते हुए ऑपरेशन करावें। बच्चों के रहने, खाने की पूरा व्यवस्था जिला प्रशासन की तरफ से की गई है।
बयान:
वैसे बच्चे जिनमे सुनने की समस्या है उनका श्रवणश्रुति कार्यक्रम के तहत इलाज किया जा रहा है। गंभीर बच्चों के लिए कानपुर के संस्थान से एग्रीमेंट किया गया है। पांच साल से कम उम्र के बच्चों की जांच अवश्य करावें।
डॉ. त्यागराजन, डीएम, गया