बुद्ध पूणिर्मा: केसपा को बौद्ध सर्किट से जोड़ने की मांग
आदर्श ग्राम केसपा स्थित भगवान गौतम बुद्ध की आदमकद प्रतिमा उपेक्षा का दंश झेल रही है। केसपा ग्राम में भगवान बुद्ध से जुड़े कई अवशेष प्राप्त हुए है।...
आदर्श ग्राम केसपा स्थित भगवान गौतम बुद्ध की आदमकद प्रतिमा उपेक्षा का दंश झेल रही है। केसपा ग्राम में भगवान बुद्ध से जुड़े कई अवशेष प्राप्त हुए है। गांव के बीचोंबीच भगवान बुद्ध की काले पत्थर की बनी हुई आदमकद प्रतिमा विराजमान है। ग्रामीण उन्हें भगवान विष्णु का अवतार मानकर हिंदू रीति-रिवाजों से पूजते हैं।
कुछ वर्ष पूर्व सड़क निर्माण के दौरान पत्थर की बनी हुई कमल का फूल प्राप्त हुआ था। लोगों की मान्यता है कि भगवान बुद्ध ने उसी कमल के फूल पर बैठकर लोगों को ज्ञान का उपदेश दिया था। गांव में स्थित लोक आस्था का महाकेन्द्र मां तारा देवी मंदिर की कलाकृति में बौद्ध कला की झलक मिलती है। सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु शेखर ने कई बार केसपा गांव को बौद्ध सर्किट से जोड़ने की मांग कर चुके है, लेकिन सरकारी उपेक्षा की वजह से आज भी यह गांव पर्यटन मानचित्र से ओझल है। गांव में पर्यटन की असीम संभावनाएं है। मां तारा देवी के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से भक्तगण आया करते हैं। कई बार विदेशी सैलानी भी इस गांव का भ्रमण करने आया करते है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी वर्ष 1992 में मां तारा देवी की पूजा करने इस ग्राम में आए थे। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकारी स्तर पर इस गांव में बौद्ध महोत्सव की शुरुआत करने की मांग ग्रामीणों ने की है।