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17 सूत्री मांग को लेकर हड़ताल पर गए आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाएं

17 सूत्री मांग को लेकर हड़ताल पर गए आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाएं

17 सूत्री मांग को लेकर हड़ताल पर गए  आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाएं
हिन्दुस्तान टीम,गयाMon, 31 Aug 2020 05:12 PM
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बिहार राज्य आंगनवाड़ी सेविका सहायिका संघ के आह्वान पर सोमवार से अपने सत्रह सूत्री मांगों को लेकर सेविका-सहायिकाएं सांकेतिक हड़ताल पर चली गई हैं। हड़ताल के तहत मांगों को लेकर सीडीपीओ कार्यालय पर सेविका-सहायिकाओं के आयोजित धरने को संबोधित करते हुए संघ के महामंत्री मो यूसुफ ने कहा कि मांग पूरा होने तक आंदोलन तेज करने का संकल्प लिया गया है। इसके तहत छह सितंबर तक यह सांकेतिक हड़ताल जारी रहेगी। इस बीच मांगों पर विचार नहीं किया जाएगा तो आंदोलन को और आगे बढ़ने का निर्णय किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 17 सूत्री मांगों की पूर्ति के लिए प्रस्तावित आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं की राज्यव्यापी सांकेतिक हड़ताल शुरू की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में सेविका-सहायिका को मिल रहे मानदेय से उनकी जीविका का निर्वहन संभव नहीं है। बावजूद इसके अतिरिक्त मानदेय की राशि में वृद्धि की मांग वर्षों से लंबित हैं। ऐसी स्थिति में सेविका -सहायिका के अतिरिक्त मानदेय सहित अन्य उचित मांगों के प्रति सरकार की उपेक्षा और टाल-मटोल रवैये से क्षुब्ध होकर संयुक्त संघर्ष समिति ने सांकेतिक हड़ताल पर जाने को विवश होना पड़ा। धरना के दौरान कम संख्या में उपस्थिति के साथ सोशल डिस्टेंस का पालन किया गया। संघ के जिला मीडिया प्रभारी मधु कुमारी ने बताया कि बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति, बिहार, आवाहन पर सोमवार से गया जिले के आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाएं सांकेतिक हड़ताल पर है। सभी प्रखंड के सीडीपीओ कार्यालय के समक्ष धरना दिया गया तथा मांग से संबंधित मांग पत्र सौपा गया है। उन्होंने बताया कि 27 सूत्री मांगों में 2019 में 42 दिवसीय हड़ताल के उपरान्त हुए मंत्री स्तरीय वार्ता में अतिरिक्त मानदेय की राशि में 50 प्रतिशत बढोत्तरी पर बनी सहमति को लागू करना भी शामिल है। मांगों पर सरकार के उदासीन रवैया पर संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा क्षोभ व्यक्त किया गया है।

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