एक दर्जन घर गंगा में समा गए, 50 से अधिक कटाव की जद में; बिहार के इस जिले में तबाही
गंगा के कटाव के बाद बुधवार की शाम को डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी कटावरोधी कार्य का जायजा लिया। वहां मौजूद बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यपालक पदाधिकारी आदित्य प्रकाश को कटावरोधी कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। वहीं कटाव की जद में आए घर को खाली करने और आसपास बैरिकेडिंग करने का भी निर्देश दिया।
भागलपुर जिले के सबौर में ममलखा पंचायत स्थित पुरानी मसाढ़ू में एक सप्ताह से हो रहे कटाव के बाद ग्रामीणों में दहशत के साथ अफरातफरी मची है। एक दर्जन घर घर गंगा कटाव में समा गए तो लगभग 50 से अधिक घर गंगा कटाव के जद में आ चुका हैं। मंगलवार से ही तेज गति से हो रहा था। मंगलवार को 100 फीट खेत कट गया। वहीं दो घर और पीपल का पेड़ गंगा में समा गया। इसको लेकर घरों से सामान निकालकर नए स्थान पर जा रहे हैं।
गंगा के कटाव के बाद बुधवार की शाम को डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी कटावरोधी कार्य का जायजा लिया। वहां मौजूद बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यपालक पदाधिकारी आदित्य प्रकाश को कटावरोधी कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। वहीं कटाव की जद में आए घर को खाली करने और आसपास बैरिकेडिंग करने का भी निर्देश दिया।
कटाव की सूचना पर मंगलवार से ही जिला प्रशासन कैंप कर जानकारी ले रही है। मंगलवार को एसडीएम धनंजय कुमार, बीडीओ प्रभात रंजन, सीओ सौरव कुमार और विधि व्यवस्था डीएसपी चंद्रभूषण मौके पर पहुंचे और कटाव पीड़ितों के खाने-पीने और रहने की व्यवस्था ममलखा मध्य विद्यालय में शुरू करने को लेकर निर्देश दिया। वहीं बुधवार को भी डीएम के आने के पूर्व सुबह से ही कटाव स्थल एवं शिविर का जायजा लेकर कटाव पीड़ित परिवार को पका पकाया भोजन दिया गया। बुधवार की मध्य विद्यालय में कटाव पीड़ित परिवार के लिए भोजन की तैयारी को देखने के लिए डीएम पहुंचे।
मध्य विद्यालय ममलखा में राहत शिविर की व्यवस्था
उन्होंने वहां रसोईया और व्यवस्थापक से खाने को लेकर भी जानकारी ली। वहीं बीडीओ और सीओ से राहत शिविर में जो भी सुविधा उपलब्ध नहीं है उसे उपलब्ध कराने को लेकर भी कहा गया। वहीं विद्यालय मैदान से पानी को पंप से निकलने को लेकर भी निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि मसाढ़ू गांव में कटाव को देखते हुए मध्य विद्यालय ममलखा में कटाव पीड़ित के लिए राहत शिविर की व्यवस्था की गई है। इस शिविर में कटाव पीड़ित चाहें तो आकर रह सकते हैं।
स्थानीय जनप्रतिनिधि कटाव पीड़ितों को चिह्नित करेंगे। शिविर में रहने, खाने-पीने से लेकर पशुचारा तक की व्यवस्था करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व में तटबंध को लेकर निरीक्षण किय गया था। इसका एस्टीमेट भी भेजी गई थी इसको लेकर विभाग से इस पर जल्द आगे काम करने को लेकर अनुरोध किया जाएगा। इधर पीड़ित ने कहा कि खाना तो मिला लेकिन हम लोगों को रहने के लिए प्लास्टिक उपलब्ध नहीं हो पाया है। इधर कुछ लोगों को प्लास्टिक मिला तो कुछ लोगों को नहीं मिल पाया।
भागलपुर में रिकॉर्ड स्तर से बढ़ी गंगा
भागलपुर में बुधवार को रिकार्ड रफ्तार में गंगा का जलस्तर बढ़ने से तिलकामांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी के पीछे वाले हिस्से में दोबारा नाव चलने लगी है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक 24 घंटे के अंदर भागलपुर में 62 सेमी की रिकार्ड बढ़ोतरी हुई है। अब तक की वृद्धि का यह रिकार्ड है। भागलपुर में लाल निशान 33.68 मीटर से 25 सेमी नीचे 33.43 मीटर पर जलस्तर आंका गया। आयोग ने गुरुवार को 63 सेमी बढ़ोतरी का पूर्वानुमान किया है। यानी गुरुवार को भागलपुर में भी लाल निशान से गंगा पार हो जाएगी। बुधवार को कहलगांव में 34 सेमी की बढ़ोतरी के साथ गंगा लाल निशान पार कर गई है। यहां गुरुवार को 62 सेमी बढ़ोतरी का अनुमान जताया गया है। जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता आदित्य प्रकाश ने बताया कि दो दिन तक जलस्तर ऊंचा रहने की संभावना है।
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