
बिहार चुनाव में पहली बार हर सीट पर तैनात होंगे पर्यवेक्षक, एक कॉल पर BLO से बात
संक्षेप: बिहार चुनाव में पहली बार सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक पर्यवेक्षक की तैनाती होगी। चुनाव से जुड़ी शिकायतें इन पर्यवेक्षकों द्वारा सुनी जायेगी। वहीं मतदाताओं की सुविधाओं के लिए एक फोन पर बीएलओ उपलब्ध रहेंगे। इसके लिए मतदाताओं को 1950 पर कॉल करना होगा।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में पहली बार सभी 243 विधानसभा क्षेत्र में एक-एक पर्यवेक्षक की तैनाती होगी। बिहार से बाहर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को यह जिम्मेदारी मिलेगी। राज्य में 38 पुलिस पर्यवेक्षक और उम्मीदवारों के खर्चों की निगरानी को 67 व्यय पर्यवेक्षकों की भी तैनाती होगी। यह निर्वाचन आयोग की आंख, नाक और कान होंगे। चुनाव से जुड़ी शिकायतें इन पर्यवेक्षकों द्वारा सुनी जायेगी। केंद्रीय निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बिहार विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करते हुए इसकी जानकारी दी।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि बिहार चुनाव में मतदाताओं की सुविधा को लेकर कई उपाय किए जा रहे हैं। इसके तहत एक फोन कॉल पर 90,712 बीएलओ, 243 निर्वाचन निबंधन पदाधिकारी, जिला निर्वाचन पदाधिकारी और बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी उपलब्ध रहेंगे। इसके लिए मतदाताओं को 1950 पर कॉल करना होगा। मतदाताओं को 1950 से पहले प्लस 91 के साथ अपने जिले का एसटीडी कोड लगाना होगा। मसलन पटना के मतदाता को प्लस 91 के बाद 612-1950 लगाकर कॉल करना होगा। मतदाता ईसीआई नेट एप पर भी वोटर कार्ड नंबर डाल कर अपने बीएलओ से सीधे बातकर अपनी समस्या का निदान करा सकते हैं।
फॉर्म 17 और ईवीएम-वीवीपैट का डाटा बेमेल होने पर दोबारा गिनती
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि मतदान की पारदर्शिता बनाये रखने को लेकर सभी पोलिंग एजेंट को फॉर्म-17 भर कर दिया जाएगा। इसमें अंतिम मतदान का ब्योरा अंकित रहेगा। उन्होंने कहा कि कई बार मतदान कर्मी मॉक पोल का डाटा मिटाना भूल जाते हैं। ऐसे में मतगणना के दौरान फॉर्म 17 का डाटा और ईवीएम-वीवीपैट का डेटा बेमेल (मिसमैच) होने पर किसी भी शंका को दूर करने के लिए दोबारा पूरी गिनती की जाएगी। साथ ही पोस्टल बैलेट की गिनती भी ईवीएम के अंतिम दो राउंड से पहले अनिवार्य रूप से पूरी की जाएगी।
100 फीसदी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की सुविधा होगी
बिहार चुनाव में पहली बार राज्य के सभी 90712 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की सुविधा दी जाएगी। इसके लिए हर मतदान केंद्र पर कैमरे लगाए जायेंगे, जिनको संबंधित जिला निर्वाचन पदाधिकारी से लेकर बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से जोड़ा जाएगा। इससे मतदान केंद्रों की निगरनी में आसानी होगी। पहले के चुनावों में अधिकतम 50 फीसदी मतदान केंद्रों पर ही वेबकास्टिंग की सुविधा होती थी।
ईसीआई नेट पर सभी 40 एप रहेंगे उपलब्ध
आयोग ने बताया कि निर्वाचन आयोग के सभी एप अब ईसीआई नेट पर उपलब्ध करा दिये गए हैं। इसके साथ ही कई नए उपायों से भी मतदाताओं की सुविधा बढ़ाई गई है। बिहार में पहली बार मतदान केंद्रों के बाहर मतदाताओं को मोबाइल रखने की सुविधा मिलेगी। मतदाता पर्ची पर मतदान केंद्र का नाम और पता बड़े रूप में अंकित होगा। उम्मीदवार मतदान केंद्र के 100 मीटर की दूरी पर ही अपने शिविर लगा सकेंगे। ईवीएम में उम्मीदवारों की फोटो रंगीन होगी, जबकि उनकी क्रम संख्या का आकार भी बड़ा किया जाएगा। डिजिटल युग में चुनाव के आंकड़े भी चुनाव खत्म होने के तुरंत बाद वेबसाइट पर उपलब्ध हो जाएंगे।





