Bihar Flood: कोसी बराज से 5 लाख क्यूसेक पानी निकला, 500 घरों में घुसा बाढ़ का पानी, बिहार में तबाही
संक्षेप: Bihar Flood: कमला, कमला बलान, बूढ़ी गंडक, बागमती व अधवारा समूह की नदियां उफान पर हैं। पश्चिम चंपारण में सिकटा का तटबंध टूटने से सिकटा गांव में चार फीट तक पानी घुस गया है। घोड़ासहन केनाल का पानी सीमा सड़क पर बह रहा है। पूर्वी चंपारण में दुधौरा नदी का बांध चार जगह टूट गया है।
Bihar Flood: बिहार और नेपाल के तराई इलाकों में लगातार हो रही बारिश से कोसी समेत राज्य की अधिकतर प्रमुख नदियां उफान पर हैं। इनमें से कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इससे उत्तर बिहार के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। कोसी में रिकॉर्ड जलप्रवाह के कारण वीरपुर बराज के सभी 56 फाटक खोल दिए गए हैं। रविवार की शाम चार बजे तक कोसी बराज से पांच लाख 33 हजार 540 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। हालांकि, अधिकारियों ने स्थिति नियंत्रण में होने का दावा किया है। लेकिन, इस वर्ष पहली बार इतनी मात्रा में पानी छोड़ने से सुपौल के अलावा मधेपुरा और सहरसा जिले में भी कोसी का जलस्तर बढ़ा है।

जल संसाधन विभाग के निर्देश पर इंजीनियर लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं। तटबंध सुरक्षा कर्मियों को सतर्क रहने को कहा गया है। तटबंध के अंदर रहने वालों से ऊंचे स्थानों पर जाने की अपील की गई है। इस बीच, सुपौल के छह प्रखंडों के करीब पांच सौ से ज्यादा घरों में कोसी की बाढ़ का पानी घुस चुका है। छातापुर में नहर का तटबंध शनिवार की देर रात टूट गया। इससे करीब 150 एकड़ में लगी धान की फसल डूब गई।
इधर, कमला, कमला बलान, बूढ़ी गंडक, बागमती व अधवारा समूह की नदियां उफान पर हैं। पश्चिम चंपारण में सिकटा का तटबंध टूटने से सिकटा गांव में चार फीट तक पानी घुस गया है। घोड़ासहन केनाल का पानी सीमा सड़क पर बह रहा है। पूर्वी चंपारण में दुधौरा नदी का बांध चार जगह टूट गया है। इससे गांव में पानी फैलने लगा है।
किशनगंज, अररिया व कटिहार में कहर
किशनगंज, अररिया और कटिहार में हालत गंभीर है। ठाकुरगंज में मेची और महानंदा का पानी 6 गांवों में घुसने से लोग बेहाल हैं। अररिया में एनएच की एक लेन धंसी गई।
एनएच पर पानी
सीतामढ़ी में बागमती समेत सभी नदियों का जलस्तर लाल निशान से ऊपर है। सोनबरसा के भिट्ठामोड़ में एनएच 227, सोनबरसा में एनएच 22 पर पानी चढ़ गया है।





