पटना में कपल को मारने 11 लोग कार-बाइक से आए थे, हत्या के बाद CCTV फुटेज से खुले राज
युवक की मां सुशीला देवी ने केवड़ा थाने में 13 लोगों पर नामजद केस दर्ज कराया है। आरोपितों में लड़की के परिजन और उनके सहयोगी शामिल है। वहीं, पुलिस पटना और नालंदा में छापेमारी कर रही है। एक 12 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

पटना के पुनपुन में केवड़ा थाना क्षेत्र में प्रेमी युगल की हत्या के मामले में कई नए तथ्य सामने आए हैं। घटना के बाद पुलिस ने रामकृष्णानगर से लेकर पुनपुन तक लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। इससे पता चला कि दोनों की हत्या करने के लिए 11 लोग दो कार और बाइक से रामकृष्णानगर पहुंचे। इन लोगों ने पहले दोनों को कमरे में बेरहमी से पीटा। अधमरा करने के बाद दोनों के हाथ बांध दिये और कार में जबरन बैठाकर ले गए। आशंका है कि इसी दौरान दोनों की गला दबाकर हत्या कर दी गई तथा हादसा दिखाने के लिए शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया।
उधर, युवक की मां सुशीला देवी ने केवड़ा थाने में 13 लोगों पर नामजद केस दर्ज कराया है। आरोपितों में लड़की के परिजन और उनके सहयोगी शामिल है। वहीं, पुलिस पटना और नालंदा में छापेमारी कर रही है। एक 12 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। एसपी पूर्वी परिचय कुमार ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तार की कोशिश जारी है। जल्द घटना में शामिल सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बताया जाता है कि धनरुआ के सिग्रामपुर निवासी सुबोध कुमार उर्फ लोहा का पास के गांव की किशोरी से प्रेम-प्रसंग था। लड़की के परिवार वाले दोनों की दोस्ती के खिलाफ थे। इसी बीच छह सितंबर को सुबोध लड़की को घर से भागकर ले गया और उससे शादी कर ली थी। बाद में लड़की के परिजनों ने किशोरी के अपहरण का केस दर्ज करा दिया। इसी बीच 12 सितंबर को प्रेमी युगल का क्षत-विक्षत शव पटना-गया रेलखंड के पोठही और नीमा के बीच चंदन नगर के पास रेलवे ट्रैक पर मिला।
कार -बाइक से पहुंचे थे सभी
घटना के बाद पुलिस ने करीब छह घंटे तक 22 जगहों पर सीसीटीवी फुटेज की जांच की। रामकृष्णानगर के भगत चौक से पुनपुन के पोठही तक फुटेज खंगालने पर पता चला कि गुरुवार शाम दो कार और बाइक से 11 लोग प्रेमी युगल के किराये के कमरे पहुंचे थे। कमरे में प्रेमी युगल के अलावा उनकेे दोनों दोस्त भी थी। करीब एक घंटे तक कमरे में प्रेमी युगल और उनके दो मित्रों को पीटा। बाद में कार से ले जाने के दौरान आरोपितों ने उनके दोनों दोस्तों को रास्ते में ही उतार दिया था।
दोनों शवों का अंतिम संस्कार
घटना के बाद युवक और लड़की के घर वाले दोनों के शव लेने नहीं पहुंचे। पुलिस के काफी प्रयास के बाद मृतक सुबोध की मां 10 घंटे बाद अपने पुत्र के शव को देखने पहुंची। इसके बाद कुछ परिजन शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद अंतिम संस्कार के लिए ले गए। उधर, लड़की का शव का लेने वाला कोई नहीं था। लिहाजा हिरासत में ली गई लड़की की दादी को पुलिस ने उसका को सौंप दिया। बाद में पुलिस की देखरेख में लड़की का अंतिम संस्कार कराया गया।




