
कहीं मृतकों के नाम दिखे तो कहीं पति का नाम ही गायब, पटना में वोटर लिस्ट देख मतदाता हैरान
संक्षेप: पत्नी का नाम सूची में है, लेकिन उनका नाम नहीं है। ऑनलाइन सर्च करने पर जानकारी दी जा रही है कि आपका नाम ड्राफ्ट रोल में नहींरू है। कृपया बीएलओ से संपर्क करें। जब उन्होंने बीएलओ से संपर्क किया तो उनका कहना है कि अपने बूथ पर वे नहीं मिले। इसीलिए परेशानी बढ़ गई है।
पटना जिले में मतदाता सूची का प्रारूप प्रकाशन कर दिया गया है। शनिवार से मतदाता सूची में नाम देखने के लिए लोगों को कहा गया है और उसी के आधार पर लोग दावा-आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। पहले दिन शनिवार को कई जगहों पर सूची में नाम नहीं देख लोग हैरान रहे, जबकि मतदाताओं का कहना था कि उन्होंने संबंधित बीएलओ को फॉर्म भरकर दे दिया था। कहीं पति का सूची में नाम नहीं है, तो कहीं मृत लोगों का नाम देख लोग परेशान हैं। हालाकि अगले एक माह तक इन समस्याओं का मतदान केंद्रों पर ही समाधान किया जाएगा।

पहले दिन पटना जिले के सभी प्रखंड सह अंचल कार्यालय, नगर परिषद और नगर पंचायत कार्यालय पर दावा और आपत्ति के आवेदन लेने के लिए कैंप का आयोजन किया गया था। पहले दिन लिखित आवेदन देने वालों की संख्या नगण्य रही। कैंप में लोगों की भीड़ कम थी, लेकिन जो लोग पहुंच रहे थे वे मौखिक ही जानकारी ले रहे थे। कैंप में पूछताछ कर लोग लौट गए। अधिकारियों का कहना है कि सोमवार से दावा और आपत्ति करने वालों की संख्या में वृद्धि हो सकती है।
दावा और आपत्ति ले रहे बीएलए
मतदाता सूची में किसी प्रकार की गड़बडी है तो आप अपने मतदान केंद्र पर तैनात बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) को निर्धारित फॉर्मेट में आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। बीएलए को राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि या स्वयं मतदाता आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। रविवार को भी मतदान केंद्रों पर बीएलओ और बीएलए तैनात रहेंगे, जहां लोग आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। अनुमान के अनुसार पटना जिले में एक लाख से अधिक लोगों का दावा और आपत्ति आने की संभावना है।
मतदाताओं की परेशानी
अनिल कुमार उपाध्याय का ईपीक नंबर संख्या जेडजेएस 1194562 है। ये 186 दानापुर विधानसभा के मतदाता हैं। पहले इनका 101 केंद्रीय विद्यालय दानापुर कैंट मतदान केंद्र पर नाम था। उनका कहना है कि 01 अगस्त को जारी मतदाता सूची में उनका नाम नहीं है, जबकि उनकी पत्नी अर्चना उपाध्याय का इसी बूथ पर नाम है। उनका कहना है कि विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के दौरान उन्होंने अपना और पत्नी दोनों का फॉर्म जमा किया था।
पत्नी का नाम सूची में है, लेकिन उनका नाम नहीं है। ऑनलाइन सर्च करने पर जानकारी दी जा रही है कि आपका नाम ड्राफ्ट रोल में नहीं है। कृपया बीएलओ से संपर्क करें। जब उन्होंने बीएलओ से संपर्क किया तो उनका कहना है कि अपने बूथ पर वे नहीं मिले। इसीलिए परेशानी बढ़ गई है। उनका यह आरोप है कि सूची में कई ऐसे लोग हैं जिनकी मृत्यु हो चुकी है इसके बावजूद भी सूची में नाम है।
भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर फॉर्म उपलब्ध
सभी फॉर्म भारत निर्वाचन आयोग और मुख्य निर्वाचन अधिकारी बिहार की वेबसाइट,ECINET तथा बीएलओ के पास उपलब्ध है। आप इन फॉर्म को ऑनलाइन भर सकते हैं या अपने बीएलओ के माध्यम से जमा कर सकते हैं।





