दौनी के लिए रखी तीन एकड़ की गेहूं की फसल जलकर नष्ट
जाले प्रखंड के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल अहिल्यास्थान से सटे दक्षिण बनगज्जा चौर के एक खेत में थ्रेसरिंग के लिये रखी अहियारी उत्तरी निवासी उमेश ठाकुर की तीन एकड़ की गेहूं की फसल बुधवार की देर रात आग लगने...
जाले प्रखंड के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल अहिल्यास्थान से सटे दक्षिण बनगज्जा चौर के एक खेत में थ्रेसरिंग के लिये रखी अहियारी उत्तरी निवासी उमेश ठाकुर की तीन एकड़ की गेहूं की फसल बुधवार की देर रात आग लगने से जलकर पूरी तरह राख हो गई।
जानकारी के अनुसार ग्रामीणों ने बोरिंग चालू कर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया अन्यथा अन्य किसानों के सैकड़ों एकड़ में लगी फसलों को भी भारी नुकसान होता। बताया जाता है कि एक खेत में किसान उमेश ठाकुर ने तीन एकड़ गेहूं की फसल को काटकर थ्रेसरिंग के लिये जमा कर रखा था। इसी बीच अज्ञात कारणों से लगी आग में उनका गेहूं जलकर खाक हो गया। लॉकडाउन होने के कारण सड़कें प्रायः वीरान बनी रहती है। आग की तेज लपटें और रौशनी देख किसी ग्रामीण ने शोर मचाया। देखते ही देखते वहां काफी लोग जुट गये। स्थानीय राम भगत की बोरिंग को चलवाकर लोगों ने आग को बुझा लिया। लेकिन तबतक गेहूं की ढेर पूरी तरह जलकर नष्ट हो गयी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर कमतौल पुलिस ने मामले की छानबीन की। इस बाबत पूछे जाने पर पीड़ित किसान उमेश ठाकुर ने बताया कि तीन एकड़ की गेहूं की फसल की कटाई के बाद उसे एक जगह एकत्रित कर थ्रेसर से दौनी करवाने के लिये रखे थे। कड़ी मेहनत व रुपये खर्च कर गेहूं की खेती की थी। लेकिन आग ने उनके मुंह मेें आये आहार को छीन लिया। उन्होंंने इस आग से करीब एक लाख रुपये की क्षति होने तथा आपदा कोष से इसकी भरपाई के लिये सीओ से गुहार लगाए जाने की बात बतायी है।
इस संबंध में सीओ अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि आग लगने का मामला उनके संज्ञान में आया है। हल्का कर्मचारी को क्षति का आकलन कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया गया है ताकि सरकारी प्रावधान के तहत आपदा कोष से पीड़ित किसान को राहत पहुंचाई जा सके।