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सारामोहनपुर स्थित कुंभकारी प्रशिक्षण केंद्र के बहुरेंगे दिन

दरभंगा | एक प्रतिनिधि शहरी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत सारा मोहनपुर गांव में तकरीबन 20...


सारामोहनपुर स्थित कुंभकारी प्रशिक्षण केंद्र के बहुरेंगे दिन
हिन्दुस्तान टीम,दरभंगाTue, 02 Mar 2021 03:53 AM
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दरभंगा | एक प्रतिनिधि

शहरी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत सारा मोहनपुर गांव में तकरीबन 20 वर्षों से अधिक से बंद पड़े खादी ग्रामोद्योग संघ के दो महत्वपूर्ण केंद्रों के दिन अब बहुरने वाले हैं। नगर विधायक संजय सरावगी ने विधानसभा में मृत पड़े इन दोनों महत्वपूर्ण केंद्रों के मुद्दे को उठाया है। सदन में नगर विधायक ने उद्योग मंत्री से यह जानने की इच्छा व्यक्त की कि सारा मोहनपुर में दरभंगा महाराज द्वारा 99 वर्ष की लीज पर पांच एकड़ जमीन दी गयी थी। इस पर रोजगार एवं कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए खादी ग्राम बोर्ड उद्योग प्रशिक्षण केंद्र मोहनपुर में चलता था किंतु यह पिछले 20 वर्षों से बंद है। इसके कारण कुटीर उद्योग समाप्त होने के कगार पर है। श्री सरावगी के प्रश्न का उत्तर देते हुए उद्योग मंत्री डॉ. शाहनवाज हुसैन ने कहा कि सरकार इस मामले को सकारात्मक ढंग से ले रही है और आगामी दिनों में खादी ग्राम उद्योग संघ के इन केंद्रों के दिन निश्चित तौर पर सुंदर होने वाले हैं। सरकार से प्राप्त उत्तर के संबंध में नगर विधायक ने बताया कि दरभंगा महाराज द्वारा वर्ष 1967 में पांच बीघा छह धूर जमीन 99 वर्ष की लीज पर बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड को दी गयी थी। उक्त जमीन पर दो बीघा का पोखर एवं भवन निर्मित था। उक्त भवन में मंगलौर टाइल्स का उत्पादन कर बिक्री का कार्य होता था। मंगलौर टाइल्स की मांग नहीं होने एवं प्रशिक्षण कर्मचारी के सेवानिवृत्त हो जाने के कारण वर्षों से कार्य बंद है। उक्त जमीन का लीज कराए हुए लगभग 53 वर्ष बीत चुका है। सरकार की ओर से यह भी सकारात्मक जवाब दिया गया है कि दरभंगा जिले में खादी ग्राम संस्थाओं की बड़ी संख्या होने के कारण उनसे जुड़े बुनकरों के प्रशिक्षण एवं खादी संस्थाओं के उत्पादों की बिक्री एवं प्रदर्शनी के लिए उस स्थल पर सामान्य सुविधा केंद्र बनाने का प्रस्ताव है। इस सामान्य सुविधा केंद्र में डिजाइन डेवलपमेंट, प्रोडक्ट डेवलपमेंट, कटाई एवं बुनाई, डाईंग एवं स्टिचिंग तथा ग्रामोद्योग उत्पादों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। मंगलौर टाइल्स उत्पादन केंद्र एवं कुंभकारी प्रशिक्षण केंद्र से जुड़े रामाधार यादव, राम स्वार्थ यादव आदि ने बताया कि दोनों केंद्रों के बंद हो जाने से यहां के लोगों में भारी निराशा है। दोनों केंद्रों की चौकीदारी कर रहे रामाधार यादव ने बताया कि मात्र 15 सौ रुपये महीना मुझे खादी ग्रामोद्योग संघ से प्राप्त हो रहा है। उन्होंने दोनों केंद्रों को फिर से जिंदा किए जाने की नगर विधायक की पहल की जमकर सराहना की।

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