कई जगहों पर डस्टबिन नहीं सड़क किनारे फेंक रहे कचरा
लहेरियासराय। नगर निगम क्षेत्र से कचरे के उठाव की समुचित व्यवस्था अब तक नहीं...
लहेरियासराय। नगर निगम क्षेत्र से कचरे के उठाव की समुचित व्यवस्था अब तक नहीं हो पायी है। कचरा फेंकने के लिए अधिकतर मोहल्लों में डस्टबिन नहीं है। फलस्वरूप लोग सड़कों के किनारे ही कूड़ा फेंक देते हैं। जिन मकानों के सामने वाली सड़क के किनारे खाली जगह नहीं है, वे घरों से निकलने वाले कचरे को कॉलोनी की मोड़ पर या मुख्य सड़क पर ही फेंक देते हैं। जमा कूड़े में भोजन की तलाश करते हुए पूरे दिन आवारा पशु जमे रहते हैं। इनकी चपेट में आने से कई लोग घायल भी हो चुके हैं। आवारा पशु भोजन की तलाश करने के साथ ही कूड़े को कॉलोनी के दूसरे हिस्से में भी फैलाते हैं। इसके कारण सफाई होने के बाद भी फिर से गंदगी फैल जाती है। तीन साल पहले सभी पक्की गलियों में डस्टबिन रखी गयी थी। लेकिन समुचित देखरेख के अभाव में या तो डस्टबिन टूट गयी या सड़क से दूर कहीं बेकार पड़ी है। वर्तमान में शहर के अधिकतर चौक-चौराहे या मोहल्ले में कचरा जमा करने के लिए डस्टबिन उपलब्ध नहीं है। सड़क किनारे कचरा जमा रहने से आसपास गंदगी फैली रहती है और उससे हमेशा दुर्गंध निकलती रहती है। वार्डों से निकलने वाला कचरा और सड़क किनारे पड़े कचरे को नगर निगम डंपिंग ग्राउंड तक पहुंचाता है। कचरा डंपिंग की समस्या को लेकर नगर निगम बराबर सुर्खियों में रहता है। शहर के कचरे की डंपिंग के लिए नगर निगम ने सारामोहनपुर और एकमी-शोभन बाईपास स्थित शोभन के पास स्थल चिन्हित किया है। लेकिन बारिश के समय सारामोहनपुर स्थित डंपिंग ग्राउंड का पहुंच पथ क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण वहां कचरा डंपिंग नही हो पाता है। फलस्वरूप पूरे शहर का कचरा शोभन स्थित डंपिंग ग्राउंड पर फेंका जाता है। यहां कई बार सड़क पर ही कचरा फेंक दिये जाने से राहगीरों को परेशानी भी होती है। शाहगंज के राजेश झा ने कहा कि नगर निगम ने पूर्व में बड़े- बड़े डस्टबिन लगाये थे। इससे कचरा फेंकने में सहूलियत होती थी। लेकिन अभी शहर के किसी भी इलाके में डस्टबिन नहीं लगी है। इस कारण लोगों को मजबूरन सड़क के किनारे कचरा फेंकना पड़ता है।