दो प्रखंडों को जोड़ने वाला पुल अब तक अधूरा
गौड़ाबौराम तथा किरतपुर प्रखंड को जोड़ने वाला कमला बलान नदी पर अखतबारा-चतराघाट पुल निर्माण का कार्य वर्षों से लंबित पड़ा हुआ है। इस पुल को अधूरा छोड़ दिए जाने का खामियाजा गौड़ाबौराम तथा किरतपुर प्रखंड के...
गौड़ाबौराम तथा किरतपुर प्रखंड को जोड़ने वाला कमला बलान नदी पर अखतबारा-चतराघाट पुल निर्माण का कार्य वर्षों से लंबित पड़ा हुआ है। इस पुल को अधूरा छोड़ दिए जाने का खामियाजा गौड़ाबौराम तथा किरतपुर प्रखंड के आम जनों के साथ विधि व्यवस्था से जुड़े प्रशासनिक अधिकारियों को भी भुगतना पड़ता है। गौड़ाबौराम प्रखंड से चंद मिनटों में किरतपुर प्रखंड मुख्यालय पहुंच जाने का सपना संजोए स्थानीय गौड़ामानसिंह पंचायत के चतराघाट निवासी सत्यनारायण मुखिया, लालो मुखिया व वैद्यनाथ मंडल ने बताया कि सात वर्ष पहले इस पुल का शिलान्यास तत्कालीन विधायक डॉ. इजहार अहमद ने किया था। लेकिन यह पुल आज तक चालू नहीं हो सका। पुल के अभाव में यातायात की समस्या तो जस की तस बनी ही हुई है। बाढ़ के दौरान इस इलाके में विधि व्यवस्था संधारण करना प्रशासनिक अधिकारियों के लिए चुनौती बन जाती है। चतरा गांव निवासी रामपरी देवी व जटा देवी ने कमला बलान पूर्वी तटबंध पर स्थानीय लोगों की ओर से लगाये गये एक साईन बोर्ड की ओर इशारा करते हुए कहा, एहि बेरि हम सब भोट नहिं गिरेबै। पिछलो चुनाव में नेता सब कहलक से मदन सहनी के जिताबियौ, पुल चालू करा देता। मदन बाबू जितला, लेकिन हमरा सबहक पुल नहिं चालू भेल।