प्रकृति से जुड़ने से बचेगा हमारा अस्तित्व : डीएम
दरभंगा में डीएम राजीव रौशन ने पुष्प प्रदर्शनी के उद्घाटन पर प्रकृति संरक्षण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी प्रकृति प्रेम के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक अनूठा तरीका है। इस अवसर पर विभिन्न...

दरभंगा। प्रकृति से जुड़ने से ही हमारा अस्तित्व बचेगा। आज समाज का एक बड़ा तबका प्रकृति संरक्षण से दूर होता जा रहा है। ये बातें डीएम राजीव रौशन ने कही। वे शनिवार को शहर के लक्ष्मेश्वर पब्लिक लाइब्रेरी परिसर में दो दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। मुख्य अतिथि के रूप में आए डीएम ने विभिन्न स्टॉलों पर जाकर मुआयना किया और इस आयोजन की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रदर्शनी का आयोजन प्रकृति प्रेम के प्रति जनजागृति का अनूठा तरीका है। ऐसे आयोजन से न सिर्फ आंखों को सुकून मिलता है बल्कि संपूर्ण प्रकृति को संरक्षित और पोषित किया जा सकता है। आवश्यकता ऐसे कार्यक्रमों से लगाव की है। इस अवसर पर उन्होंने स्मारिका ‘अंकुर का भी विमोचन किया।
उद्घाटन के साथ ही पुष्प प्रदर्शनी को दो दिनों के लिए आम लोगों के लिए खोल दिया गया। प्रदर्शनी का शुभारंभ गणेश वंदना, शंखनाद एवं स्वस्तिवाचन से हुआ। उद्घाटन समारोह डॉ. रिपूसूदन झा के वैदिक मंगलाचरण व संस्कृत में गाए स्वागतगान से किया गया। पहले दिन हजारों की संख्या में लोग प्रदर्शनी देखने के लिए पहुंचे। एक साथ सैकड़ों किस्मों के फूलों की सजावट को देखकर लोग अचंभित हो रहे थे। इस दौरान परिवार के साथ आए लोगों ने जमकर सेल्फी भी ली। इसका आयोजन उत्तरी बिहार उद्यान समिति की ओर से किया जा रहा है। समिति की अध्यक्ष डॉ. लता खेतान ने कहा कि हम लोगों की संस्था जनमानस के बीच प्रकृति प्रेम, हरियाली, जल संरक्षण व भूमि की उर्वरा शक्ति के पोषण के लिए कई कार्यक्रम करती है। इस मौके पर डीएम साथ डीडीसी चित्रगुप्त कुमार, नगर आयुक्त राकेश गुप्ता, सदर एसडीओ विकास कुमार, एडीएम राकेश रंजन, अनिल कुमार, निशांत कुमार आदि भी थे। समिति की ओर से दरभंगा में प्रकृति संरक्षण और पर्यावरण सुरक्षा तथा हरियाली के विस्तार के लिए संलग्न संस्था मीन्स को ‘ग्रीन अचीवर अवार्ड से सम्मानित किया गया। पुष्प प्रदर्शनी के लिए रखे गए रंग-बिरंगे फूल, कैक्टस, बोनसाई आदि का दीदार करने पहुंचे लोग विभिन्न प्रकार के फूलों की बगिया के बीच खुद को पाकर आनंदित होते रहे। प्रदर्शनी में बड़ी संख्या में बुजुर्ग, नवयुवक, युवतियां, महिलाएं व बच्चे पहुंचे। सभी अपने मोबाइल में इस सुनहरे पल को कैद करते नजर आए। देर शाम तक प्रदर्शनी में लोगों का आना-जाना लगा रहा। कार्यक्रम के दौरान मंच पर डॉ. बिनोद कुमार मिश्रा, शिव भगवान गुप्ता, विनोद पंसारी, डॉ. राम बाबू खेतान, महासचिव राघवेंद्र कुमार, नीरज खेड़िया, मनोज डोकानिया, प्रकाश रंजन सिंह, उज्ज्वल कुमार आदि थे। कार्यक्रम का संचालन तरुण मिश्रा व धन्यवाद ज्ञापन डॉ. प्रतिमा आनंद ने किया। समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनी 29 दिसंबर को भी आम लोगों के लिए खुली रहेगी। सुबह 10 बजे विभिन्न प्रतियोगिताओं का पारितोषिक वितरण कार्यक्रम होगा। संस्था के पुष्प और बागवानी विशेषज्ञ संजय सिन्हा और राजकुमार पासवान ने कहा कि प्रदर्शनी में मेरीगोल्ड, गुलदाउदी, विभिन्न किस्म के गुलाब, डालिया, राउंड कैक्टस, ग्राफ्टेड प्लांट, सक्यूलेंट, सॉन्ग ऑफ इंडिया, क्राटन, बोनसाई समेत कई प्रकार के फ्रूट प्लांट, ओर्नामेंटल एवं मेडिसिनल प्लांट लगाए गए हैं। संस्था के पूर्व सचिव विनोद सरावगी ने बताया कि प्रदर्शनी में खासकर बोनसाई और कैक्टस की विभिन्न प्रजातियां लोगों को खासी आकर्षित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बड़े पेड़ जैसे बरगद, पीपल आदि के पौधों को सपाट गमले में लगाकर बोनसाई तैयार किया जाता है। इस कार्यक्रम में करीब 35 स्कूलों की भागीदारी रही है।
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