हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए सड़क जाम
मनीगाछी के नारायणपुर निवासी ग्रामीण चिकित्सक मनोज कुमार साहु की 23 दिसंबर को हत्या के बाद ग्रामीणों ने मुख्य सड़क को जाम कर दिया। मृतक की पत्नी पूजा कुमारी ने न्याय की मांग की और कहा कि उनके बच्चे अब...

मनीगाछी। प्रखंड के नारायणपुर निवासी दवा दुकानदार सह ग्रामीण चिकित्सक मनोज कुमार साहु की गत 23 दिसंबर की रात हुई हत्या से आक्रोशित लोगों ने मंगलवार को हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग को लेकर सकरी-धरौड़ा मुख्य सड़क को नारायणपुर गांव में जाम कर यातायात बाधित कर दिया। बताया जाता है कि पोस्टमार्टम के बाद गांव में लाश पहुंचते ही लोग सड़क पर उतर पड़े और हत्यारों की गिरफ्तारी के साथ ही मृतक के परिजनों को शीघ्र न्याय दिलाने के साथ ही सुरक्षा की मांग करने लगे। सड़क जाम की सूचना पाकर बीडीओ दुनिया लाल यादव, सीओ रविकांत, बेनीपुर एसडीपीओ आशुतोष कुमार, मनीगाछी थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सहित अन्य अधिकारियों ने वहां पहुंचकर लोगों को शीघ्र न्याय दिलाने के साथ ही परिवार को सुरक्षा दिलाने का आश्वासन देकर जाम समाप्त करवाया। दोपहर साढ़े तीन बजे शुरू हुआ जाम अधिकारियों के आश्वासन के बाद करीब साढ़े चार बजे संपन्न हुआ। इस दौरान मुख्य सड़क पर गाड़ियों की कतार लग गई। जाम स्थल पर उपस्थित एसडीपीओ आशुतोष कुमार ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया और जांच की कार्रवाई तेजी से शुरू कर दी गई है। जांच की प्रक्रिया के सभी बिंदुओं पर पुलिस प्रशासन की नजर है।
दवा दुकानदार की हत्या से परिजनों में मातम
मनीगाछी। मनीगाछी थाने के नारायणपुर निवासी मनोज कुमार साहु की हत्या से उसके परिजनों में कोहराम मच गया है। उसकी 31 वर्षीया पत्नी पूजा कुमारी का रो-रो कर बुरा हाल है। वह कह रही थी कि उन्होंने किसका क्या बिगाड़ा था जो उनकी हत्या कर दी। अब मेरे इन छोटे-छोटे बच्चों की कौन देखभाल करेगा। इतना कहकर वह बेहोश हो जाती।
मनोज के तीन नाबालिग बच्चे हैं। इनमें दो लड़के एवं एक लड़की हैं। सबसे बड़ा कौशल कुमार (9 वर्ष), दूसरा अनुष्का कुमारी (8 वर्ष) व तीसरा केशव कुमार (4 वर्ष) है। परिजनों ने बताया कि मनोज विगत दो वर्षों से गैना गांव में बतौर ग्रामीण चिकित्सक के साथ ही दवा की दुकान भी चलाता था। वह सुबह घर से निकलता और रात नौ बजे से पहले घर आ जाता था।
उसकी पत्नी पूजा कुमारी ने बतायी कि मनोज करीब दो साल से नेहरा थाना क्षेत्र के राघोपुर दक्षिणी पंचायत के गैना गांव में दवा दुकान करते थे। साथ में ग्रामीण चिकित्सक के रूप में काम भी करते थे। पूजा ने बताया कि मनोज रोज रात आठ बजे दुकान बंद कर घर आ जाते थे। मंगलवार रात जब 9.28 बजे तक वे घर नहीं पहुंचे तो उनके मोबाइल पर फोन किया। लगातार फोन करने के बाद भी जब उन्होंने फोन नहीं उठाया तो अनहोनी की आशंका हुई। लगातार फोन बंद होने पर मकान मालिक को फोन किया तो बताया गया कि वे 8.30 बजे ही दुकान बंद कर घर चले गए हैं। तब मैंने उन्हें बताया कि अभी तक वे घर नहीं पहुंचे हैं, थोड़ा आप लोग आगे जाकर देखिए। कुछ देर बाद उन लोगों ने अनहोनी की जानकारी दी। उन लोगों ने बताया कि कनोखर रेलवे गुमती जहां ईंट भट्ठा है वहां मनोज की लाश पड़ी है। किसी ने मनोज की हत्या कर दी है। घर से आदमी को भेजिए। तब घर से परिजनों को वहां भेजा गया। इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई।
घात लगाए लोगों ने वारदात को दिया अंजाम
मनोज कुमार साहु गैना गांव निवासी मो. मुमताज के घर में भाड़े पर दवा की दुकान चलाते थे। स्थानीय लोगों के अनुसार मनोज स्थानीय स्तर पर ग्रामीण चिकित्सक के रूप में लोगों को अपनी सेवाएं भी देते थे। रोज सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक वे गैना गांव में रहते थे। मंगलवार की रात दुकान बंद कर घर लौटने के दौरान गैना कनोखर के बीच रेलवे लाईन के पास घात लगाए लोगों ने उनकी हत्या कर दी और लाश को वहीं छोड़ दिया। समय पर घर नहीं पहुंचने पर परिजनों द्वारा खोज किए जाने पर रेलवे लाईन के पास उनकी लाश पाई गई।
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