इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय सचिव बने मो. शमीम
सूफीवाद के संरक्षण व राष्ट्रवाद को मजबूत करने में कार्य करने वाली सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंसूर खान ने सूफी विचारधारा के सामाजिक कार्यकर्ता शाह मो. शमीम को राष्ट्रीय सचिव मनोनीत किया...
सूफीवाद के संरक्षण व राष्ट्रवाद को मजबूत करने में कार्य करने वाली सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंसूर खान ने सूफी विचारधारा के सामाजिक कार्यकर्ता शाह मो. शमीम को राष्ट्रीय सचिव मनोनीत किया है। श्री शमीम को बिहार और पंजाब प्रांत के प्रभारी की भी जिम्मेदारी दी गई है। इससे पहले शाह मोहम्मद शमीम सूफी इस्लामिक बोर्ड के बिहार इकाई के प्रदेश अध्यक्ष थे। श्री शमीम ने अपने मनोयन पर राष्ट्रीय अध्यक्ष मंसूर खान, राष्ट्रीय महासचिव शाह सय्यद हसनैन बकाई एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता व प्रभारी संगठन एडवोकेट सूफी मोहम्मद कौसर हसन मजीदी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा है कि सूफीवाद ने सदा विश्व को शांति और इंसानियत का संदेश दिया है। भारत में सूफियों ने सामाजिक समरसता और आपसी भाईचारे को मजबूत बनाने का काम किया है इसलिए आज भी देशभर में सूफी संतों की दरगाह पर सभी धर्म के मानने वालों की भीड़ जुटती है। सूफीवाद की शिक्षा और संदेश के द्वारा हम इंसान और इंसानियत की हिफाजत बेहतर ढंग से कर सकते हैं। हमें सूफीवाद के माध्यम से समाज में फैले प्रदूषण और सांप्रदायिक अलगाव को दूर करने में भारी मदद मिलेगी। दरभंगा शहर से ताल्लुक रखने वाले शाह मोहम्मद शमीम प्रसिद्ध सूफी संत हजरत मखदूम भीखा शाह सैलानी की दरगाह के खादिम और चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता हैं।