अनशनकरियों के समर्थन में निकाला मार्च
दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विवि के धरना स्थल पर 30 सूत्री मांगों को लेकर...
दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विवि के धरना स्थल पर 30 सूत्री मांगों को लेकर बुधवार को तीसरे दिन भी आइसा का अनशन जारी रहा। मंगलवार देर शाम प्रतिकुलपति से वार्ता हुई लेकिन वार्ता असफल रही। अनशन पर बैठे मयंक कुमार यादव, राहुल राज, शम्स तबरेज, मो. शहाबुद्दीन व रोहित कुमार की हालत बिगड़ रही है। अनशनकारियों के समर्थन में बुधवार को कुलपति व कुलसचिव के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। विवि मुख्यालय में आइसा नगर कमेटी की ओर से मार्च निकाला गया। सभा की अध्यक्षता आइसा जिला सह सचिव राजू कर्ण ने की। आइसा नगर सचिव चंदन आजाद ने कहा कि अनशनकारियों की हालात बिगड़ रही है लेकिन विवि प्रशासन खामोश है। विवि प्रशासन जल्द वार्ता नहीं करता है तो आंदोलन तेज किया जाएगा। राज्य परिषद सदस्य आमिर एकलाख ने कहा कि कुलसचिव पर लगे आरोपों की जांच के लिए कमेटी नहीं बनी तो आइसा उग्र आंदोलन करेगा। मौके पर आइसा राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी, जिला अध्यक्ष प्रिंस राज, संदीप कुमार, मिथिलेश कुमार, दिलीप कुमार यादव, विवेक माझी, अर्जुन माझी, राम बालक कुमार, विमलेश कुमार, मंजय कुमार, दिलखुश कुमार, अशोक कुमार व संतोष कुमार सुमन शामिल थे।
एआईएसएफ ने आइसा को दिया समर्थन:
दरभंगा। एआईएसएफ के जिला सचिव शरद कुमार सिंह ने बुधवार को प्रेस बयान जारी कर कहा कि वामपंथी छात्र संगठन आइसा का आमरण अनशन 26 जुलाई से चल रहा है। अनशनकारी छात्रों की हालत नाजुक बनी हुई है, लेकिन कुलपति वार्ता कर समस्याओं के निदान की पहल नहीं कर रहे हैं। दो दौर की वार्ता प्रोवीसी, छात्र कल्याण अध्यक्ष, प्रॉक्टर व परीक्षा नियंत्रक से हुई है लेकिन वार्ता सकारात्मक नहीं रही। विवि प्रशासन लगातार छात्र संगठनों के आन्दोलनों और मांगों को नजरअंदाज कर रहा है। अभी तक पीजी सत्र 2020-2022 के छात्रों को छात्रावास आवंटित नहीं किया गया है। कुलपति अविलंब अनशनकारी छात्रों और उसके प्रतिनिधियों से वार्ता करें अन्यथा सभी वामपंथी जनवादी प्रगतिशील छात्र संगठनों को लामबन्द कर आंदोलन तेज किया जाएगा।