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कोविड जांच का आंकड़ा पांच लाख पार

दरभंगा। कोविड-19 के शुरुआती दौर में जांच शुरू करने में कुछ परेशानी को दरकिनार...

कोविड जांच का आंकड़ा पांच लाख पार
हिन्दुस्तान टीम,दरभंगाFri, 17 Sep 2021 04:31 AM
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दरभंगा। कोविड-19 के शुरुआती दौर में जांच शुरू करने में कुछ परेशानी को दरकिनार कर दरभंगा मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के लैब ने आरटीपीसीआर जांच की दिशा में रफ्तार पकड़ी। अप्रैल 2020 से अब तक विभाग में पांच लाख से अधिक लोगों की कोरोना आरटीपीसीआर जांच की जा चुकी है। वहां अभी भी रोजाना दो हजार से अधिक जांच की जा रही है। इसमें कई टेक्नीशियन का योगदान भी अहम रहा है। राहत की बात है कि 11 सितंबर के बाद जांच में एक भी मरीज पॉजिटिव नहीं पाया गया है। माइक्रोबायोलॉजी विभाग के वैज्ञानिक, चिकित्सक, लैब टेक्नीशियन, डाटा ऑपरेटर ने मुश्किल वक्त में दिन-रात अपनी सेवा दी। जांच का आंकड़ा पांच लाख के पार होने पर गुरुवार को नोडल पदाधिकारी सह सहायक प्राध्यापक डॉ. अहसन हमीदी ने बताया कि हम लोग देख रहे हैं कि कोरोना के ग्राफ में अब धीरे-धीरे काफी गिरावट आई है। अभी के समय में हम कह सकते हैं कि कोरोना काफी कम हो गया है, लेकिन अभी भी हमें सावधानी बरतनी पड़ेगी। इस मौके पर साइंटिस्ट डॉ. संजय कुमार ने बताया कि दो अप्रैल 2020 से कोविड-19 आरटीपीसीआर जांच शुरू की गयी थी। उस समय काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। आरटीपीसीआर मशीन भी एक ही थी और ट्रेंड हैंड की भी कमी थी। 24 घंटे काम होने के बावजूद ज्यादा जांच नहीं हो पाती थी। करीब दो-तीन माह बाद बिहार सरकार के सहयोग से ऑटोमेटेड मशीन की मदद से एक्सट्रैक्शन होने लगा। तब जांच की संख्या बढ़ने लगी। ऑटोमेटेड एक्सट्रैक्शन मशीन आने के बाद काफी सुविधा हुई। अब विभाग के चिकित्सक एवं प्रयोगशाला प्राविधिक भी ट्रेंड हो गए इसलिए उतनी कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ रहा है। इस मौके पर हॉस्पिटल कॉर्डिनेटर सह नोडल पदाधिकारी (कोविड रिपोर्ट) डॉ. केशव किशोर ने बताया कि अब तक लगभग पांच लाख 21 हजार लोगों की दरभंगा मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में आरटीपीसीआर जांच की जा चुकी है। 11 सितंबर के बाद अब तक यहां आरटीपीसीआर जांच में पॉजिटिव नहीं आया जबकि यहां रोज लगभग तीन हजार सैंपल की जांच की जाती है। इसके अलावा कुछ सैंपल की जांच मोबाइल वैन से भी प्रत्येक दिन की जा रही है। कोरोना महामारी के शुरुआती दौर से जान जोखिम में डालकर कोरोना संदिग्ध मरीजों का फ्रंट पर रहकर आरटी पीसीआर जांच सैंपल ले रहे मेडिकल लैब टेक्नीशियन अकील अहमद ने बताया कि डीएमसीएच आइसोलेशन में पहले 80 से एक सौ के करीब कोरोना संदिग्ध मरीजों का जांच सैंपल लिया जाता था लेकिन अब लगभग 20 से 30 ही कोरोना संदिग्ध मरीज जांच के लिए पहुंच रहे हैं। इस मौके पर डॉ. मो. तबरेज करीम, मेडिकल लैब टेक्नीशियन अशोक सिन्हा, सुशील झा, रमन कुमार, दिलीप कुमार, रघुवेंद्र कुमार, गौरी यादव आदि उपस्थित थे।

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