Kamatoul Station Neglected Despite High Revenue Urgent Improvements Needed for Tourists धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाला कमतौल स्टेशन बदहाल, Darbhanga Hindi News - Hindustan
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धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाला कमतौल स्टेशन बदहाल

कमतौल स्टेशन की स्थिति चिंताजनक है, जबकि यहां से प्रतिदिन 50-60 हजार की आमदनी होती है। यात्रियों के लिए कोई उचित सुविधाएं नहीं हैं, जैसे पूछताछ काउंटर या शौचालय। स्थानीय लोग स्टेशन की सुविधाओं में...

Newswrap हिन्दुस्तान, दरभंगाFri, 5 Sep 2025 04:51 AM
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धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाला कमतौल स्टेशन बदहाल

कमतौल। केंद्र सरकार रामायण सर्किट सहित प्रसिद्ध धार्मिक व पर्यटन स्थलों से जुड़े स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना से जोड़कर उसे मॉडल स्टेशन बनाने सहित पर्यटकों की सुविधा के लिए उपयोगी व बेहतर बनाने में जुटी हुई है। वहीं दो प्रमुख जिलों दरभंगा व मधुबनी के दर्जनों गांवों सहित प्रसिद्ध धार्मिक व ऐतिहासिक पर्यटन स्थल अहिल्यास्थान, गौतमकुंड सहित कई धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों के केंद्रबिंदु में होने के बावजूद कमतौल स्टेशन की सुधि लेने वाला कोई नहीं है। यहां से सैकड़ों लोग प्रतिदिन सफर करते हैं। सूत्रों की मानें तो इस स्टेशन से रेलवे को प्रतिदिन 50 से 60 हजार तक की आमदनी होती है, फिर भी यह स्टेशन यात्रियों को सुविधा देने में फिसड्डी साबित हो रहा है।

यहां न तो पूछताछ काउंटर है, न ही भीड़ के अनुरूप शौचालय एवं पेयजल की सुविधा है। स्टेशन के दोनों तरफ जंगल हैं। कमतौल के सुधीर कुमार ठाकुर, शशि राज गुप्ता, प्रभात कुमार ठाकुर, अवनीश कुमार, प्रह्लाद प्रसाद, चहुटा के मनोज चौधरी, शंकर साह, अहियारी के सुशील कुमार ठाकुर, अमित कुमार, बृजनंदन ठाकुर, ब्रह्मपुर के लव कुमार ठाकुर, सनहपुर के कृष्णकांत ठाकुर, सुमन कुमार ठाकुर आदि ने बताया कि सफाई एवं सुविधाओं के मामले में कमतौल स्टेशन छोटी लाइन के वक्त अभी से काफी बेहतर था। अहिल्यास्थान धार्मिक न्यास समिति के सचिव हेमंत कुमार झा, अध्यक्ष बालेश्वर ठाकुर, उमेश ठाकुर आदि ने बताया कि प्रसिद्ध धार्मिक व ऐतिहासिक स्थल अहिल्यास्थान व गौतम कुंड को रामायण सर्किट से जोड़ने सहित यहां पर्यटकों के आगमन को लेकर राज्य सरकार की ओर से मंदिर के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण सहित स्थान के चहुमुखी विकास पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। लोगों ने बताया कि यहां महिला व पुरुष के लिए एक ही टिकट काउंटर है, जिससे आरक्षित व अनारक्षित दोनों का टिकट काटा जाता है। स्टेशन पर पूछताछ काउंटर भी नहीं है। इस संबंध में रेलवे स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य डॉ. गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि यह मामला संज्ञान में आया है। वहां की समस्याओं के समाधान के लिए शीघ्र ही रेलवे के वरीय अधिकारियों से बात करेंगे।

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