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समेकित खेती से ही मिलेगा बेहतर जीवन : राधामोहन

दरभंगा | प्रमुख संवाददाता हमारे देश के किसानों का जीवन समेकित खेती के आधार

समेकित खेती से ही मिलेगा बेहतर जीवन : राधामोहन
हिन्दुस्तान टीम,दरभंगाSun, 12 Sep 2021 04:20 AM
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दरभंगा | प्रमुख संवाददाता

हमारे देश के किसानों का जीवन समेकित खेती के आधार पर ही समुन्नत हो सकेगा। किसान अपने पास उपलब्ध भूमि को विभिन्न भागों में बांटकर उसपर विभिन्न तरह की खेती करें। इससे किसी तरह की प्राकृतिक आपदा में उन्हें अधिक नुकसान नहीं होगा।

ये बातें मोतिहारी के सांसद व पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कही। वे लनामि विवि के जुबली हॉल में शनिवार से शुरू हुई भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने मछलीपालन के क्षेत्र में इंटीग्रेटेड फार्मिंग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में भाजपा की सरकार आने से कृषि के क्षेत्र में व्यापक बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि बिना ज्ञान के खेती नहीं हो सकती। घर में लक्ष्मी लाना है तो मछली की खेती करनी होगी। उन्होंने कहा कि मखाना को जीआई टैग मिलने में ‘बिहार मखाना और ‘मिथिला मखाना नाम से कनफ्यूजन के कारण विलंब हो रहा है। आजादी के बाद अगर किसी ने किसानों की सुधि ली है तो वो हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि छह हजार रुपए जिन किसानों को मिलता है वे इसका महत्व समझते हैं। चांदी की कटोरी में दूध पीने वाले इसका महत्व नहीं समझेंगे। अगले 25 वर्षों में कृषि और ऊर्जा के क्षेत्र में व्यापक बदलाव होगा। उन्होंने सॉइल हेल्थ कार्ड और जैविक खाद की दिशा में किसानों से आगे बढ़ने की अपील की।

प्रखंड मुख्यालय में मिलेगा मिट्टी का हेल्थ कार्ड : कृषि मंत्री

बैठक को संबोधित करते हुए सूबे के कृषि मंत्री अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि अब किसानों को प्रखंड मुख्यालय में ही मिट्टी का हेल्थ कार्ड मिलेगा। बीएससी एग्रीकल्चर वालों को इस काम में लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सूबे में खाद और ट्रेनिंग की कमी है। कोरोना के कारण बाहर से जहाज का आना बंद हो गया है। 30 प्रतिशत खाद जो आयात होती है वह बाधित हो गया है। फिर भी केंद्र सरकार के सहयोग से इसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बैंकों की मनमानी के कारण यहां के किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने किसान मोर्चा से बिहार के कृषि विभाग का संचालन करने की अपील की। उन्होंने पंचायत स्तर पर मिट्टी जांच की जरूरत बतायी। उन्होंने किसानों से कृषि विज्ञान केंद्र से नाता जोड़ने की अपील की। कहा कि बागवानी नयी पीढ़ी के लिए वरदान बनकर आयी है। इसका लाभ उठाना चाहिए।

देश की प्रगति में सहायक होते हैं किसान : डिप्टी सीएम

उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि हमारे जीवन में किसानों का योगदान किसी ईश्वर से कम नहीं है। राज्य सरकार ने भी गांव और किसानों को प्राथमिकता में रखकर ही बजट बनाया है। खेती के केन्द्र में किसान हैं इसलिए उनके साथ कृतज्ञता से पेश आना चाहिए और उसके श्रम का प्रतिफल अवश्य मिलना चाहिए। किसान देश की प्रगति में सहायक होते हैं। बगैर किसानों की खुशहाली के देश और प्रदेश का विकास नहीं हो सकता।

वहीं, पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आम जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है। इसके कारण वह अपना बजट किसान, मजदूर, गरीब, वंचित, शोषित, महिला, बेरोजगार आदि को ध्यान में रखकर बनाती है। बैठक की अध्यक्षता मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सरोज रंजन पटेल ने की। बैठक को मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जगन्नाथ ठाकुर, प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी, दरभंगा सांसद गोपाल जी ठाकुर, मधुबनी सांसद डॉ. अशोक कुमार यादव आदि ने भी संबोधित किया। मौके पर मंत्री जीवेश मिश्रा और रामसूरत राय भी उपस्थित थे।

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