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खेतों में सेंसर लगाकर जानकारी जुटाएंगे कृषि वैज्ञानिक

खेतों में सेंसर लगाकर जानकारी जुटाएंगे कृषि वैज्ञानिक

संक्षेप: दरभंगा में कृषि वैज्ञानिक अब खेतों में सेंसर लगाकर कृषि संबंधी जानकारी जुटाएंगे। इससे किसानों को सिंचाई, खाद, रोग-कीट प्रबंधन और पैदावार बढ़ाने के लिए सही और ताजा जानकारी मिलेगी। यह पहल मखाना खेती को...

Mon, 11 Aug 2025 03:07 AMNewswrap हिन्दुस्तान, दरभंगा
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दरभंगा। कृषि वैज्ञानिक अब खेतों में सेंसर लगाकर कृषि संबंधी जानकारी जुटाएंगे। इससे किसानों को कई तरह के लाभ मिलेंगे। इस दिशा में पहल शुरू कर दी गयी है। भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन संचालित अग्रणी अनुसंधान एवं विकास संस्थान सी-डैक (सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग), पटना के वैज्ञानिकों की टीम ने रविवार को राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केन्द्र, दरभंगा का दौरा किया। इस दौरान टीम ने राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केन्द्र, दरभंगा के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. मनोज कुमार के साथ मखाना की खेती की वास्तविक समय में निगरानी करने (रियल-टाइम मॉनिटरिंग) और किसानों को तुरंत उनकी जरूरत के अनुसार सलाह उपलब्ध कराने की नई तकनीक के विकास पर विस्तृत चर्चा की।

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टीम ने तकनीक का प्रारंभिक प्रदर्शन भी डॉ. कुमार के सामने प्रस्तुत किया। यह पहल मखाना खेती को स्मार्ट, डेटा-आधारित और सटीक खेती (प्रिसिजन फार्मिंग) की दिशा में ले जाने वाला महत्वपूर्ण कदम है। चर्चा में खेतों में सेंसर लगाकर मौसम, पानी, मिट्टी और फसल की सेहत से जुड़ा डेटा तुरंत एकत्र करने और कंप्यूटर व मोबाइल के माध्यम से किसानों तक सही समय पर सलाह पहुंचाने के तरीकों पर विचार किया गया। इससे किसानों को सिंचाई, खाद, रोग-कीट प्रबंधन और पैदावार बढ़ाने के लिए ताजा और सही जानकारी मिल सकेगी। तीन सदस्यीय टीम में ई. प्रदीप नंदन, ई. अमन सिंह और ई. सिद्धांत शामिल थे। इस दौरे की सफलता पर संतोष व्यक्त करते हुए टीम ने केन्द्र निदेशक डॉ. नचिकेत कोतवालीवाले का धन्यवाद किया और दोनों संस्थानों ने संयुक्त रूप से इस तकनीक पर आगे काम करने की प्रतिबद्धता जताई। डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि इस तकनीक के उपयोग से जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी और संसाधनों के दक्षतापूर्ण उपयोग को भी बढ़ावा मिलेगा। इस पहल को मखाना किसानों की आय बढ़ाने और खेती में डिजिटल क्रांति लाने की दिशा में अहम साझेदारी बताया।