Empowering Rural Women through Amla Processing Training आंवले को प्रसंस्कृत कर की जा सकती है अच्छी कमाई: डॉ. दिव्यांशु, Darbhanga Hindi News - Hindustan
Hindi NewsBihar NewsDarbhanga NewsEmpowering Rural Women through Amla Processing Training

आंवले को प्रसंस्कृत कर की जा सकती है अच्छी कमाई: डॉ. दिव्यांशु

स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र में आंवला प्रसंस्करण पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आंवले के प्रसंस्करण की तकनीक सिखाकर स्वरोजगार के लिए...

Newswrap हिन्दुस्तान, दरभंगाSun, 29 Dec 2024 01:22 AM
share Share
Follow Us on
आंवले को प्रसंस्कृत कर की जा सकती है अच्छी कमाई: डॉ. दिव्यांशु

जाले। स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र में आंवला प्रसंस्करण पर आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण शनिवार को प्रमाणपत्र वितरण के साथ संपन्न हुआ। समापन सह प्रशिक्षण प्रमाणपत्र वितरण समारोह को सम्बोधित करते हुए केंद्र के अध्यक्ष सह वरीय कृषि वैज्ञानिक डॉ. दिव्यांशु शेखर ने कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आंवले के प्रसंस्करण-तकनीकी की जानकारी देकर उन्हें स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि आंवला प्रचुर पोषक तत्वों से युक्त औषधीय फल है, जिसमें विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। महिलाओं एवं बच्चों के लिए आंवले का सेवन बहुत लाभकारी है। आंवले के कच्चे और पके फलों के माध्यम से विभिन्न प्रकार के गुणवत्तायुक्त और स्वास्थ्य उपयोगी खाद्य एवं पेय पदार्थ बनाए जा सकते हैं। आंवला प्रसंस्करण को रोजगार का बेहतर जरिया बनाया जा सकता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम की संयोजिका गृह वैज्ञानिक पूजा कुमारी ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जाले तथा ततैला की 23 ग्रामीण महिलाओं तथा युवतियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं ने आंवले के मुरब्बे, आंवले की मीठी कैंडी, आंवले की गुड़वाली कैंडी, आंवला पाचक, आंवाले का अचार आदि बनाने की विधियां सीखी।

प्रतिभागियों को बताया गया कि आंवला विटामिन सी का सबसे समृद्ध प्राकृतिक स्रोत है। इसका व्यापक रूप से कई स्वास्थ्य समस्याओं के लिए उपयोग किया जाता है। आंवले के नियमित सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। आयुर्वेद के अनुसार, आंवला सर्वोत्तम रासायनिक टॉनिक में से एक है जो त्वचा को चमकदार बनाने, रक्त को शुद्ध करने और आंखों की रोशनी में सुधार करने में मदद करता है। आंवला पाचन में सुधार और एसिडिटी से राहत दिलाने में भी मदद करता है। यह मधुमेह रोगियों के लिए काफी प्रभावी है, क्योंकि यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान केंद्र के वैज्ञानिक डा. प्रदीप कुमार विश्वकर्मा, डॉ. पवन कुमार शर्मा ने भी अपने अपने अनुभवों को शेयर किया।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।