Drainage Crisis in Darbhanga s DilDarganj Residents Demand Permanent Solutions दिलदारगंज: जलनिकासी का हल नहीं बरसात में गलियां बन जाती हैं तालाब, Darbhanga Hindi News - Hindustan
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दिलदारगंज: जलनिकासी का हल नहीं बरसात में गलियां बन जाती हैं तालाब

दरभंगा के दिलदारगंज मोहल्ले में जलनिकासी की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। वार्ड के नालों को अतिक्रमण के कारण बंद कर दिया गया है, जिससे हल्की बारिश में भी मोहल्ला जलमग्न हो जाता है। नगर निगम द्वारा...

Newswrap हिन्दुस्तान, दरभंगाSun, 28 Sep 2025 04:16 PM
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दिलदारगंज: जलनिकासी का हल नहीं बरसात में गलियां बन जाती हैं तालाब

दरभंगा । नगर निगम के वार्ड नंबर 38 स्थित दिलदारगंज मोहल्ले के लोग इन दिनों जलनिकासी की समस्या से दो-चार हो रहे हैं। यह इलाका शहर का सबसे निचला क्षेत्र माना जाता है। इस मोहल्ले से कई वार्डों के मोहल्ले की जलनिकासी पहले से ही होती थी, लेकिन अब यहां के दो प्रमुख जलनिकासी मार्ग को बंद कर दिया गया है। एक नाले को अतिक्रमणकारियों ने बंद कर दिया है तो दूसरे नाले को भी निजी जमीन होने के कारण बंद कर दिया गया है। इसका परिणाम है कि अब केवल हल्की बारिश से ही पूरा मोहल्ला जलमग्न हो जाता है, जबकि रोजाना की जलनिकासी के लिए नगर निगम की ओर से दो पंपसेट सुबह से शाम तक चलाने की मजबूरी है।

इसके बावजूद लोगों के लिए आफत बनी रहती है। मोहल्ले के मो. सनाउल्लाह, मो. सोनू, मो. गुड्डू अंसारी, मो. फारुक जैसे कई लोगों ने बताया कि दिलदारगंज की जलनिकासी के दो प्रमुख रास्तों को हाल के दिनों में बंद कर दिया गया है। एक मार्ग को अतिक्रमण कर बंद कर दिया गया है, जबकि दूसरे मार्ग पर निजी जमीन बताकर मिट्टी भर दी गई है। इस वजह से अब नाले का पानी बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा है। नगर निगम को यहां पंपसेट लगाकर नाले का पानी बाहर निकालना पड़ रहा है। हालांकि यह व्यवस्था भी बारिश के समय फेल हो जाती है और पूरा मोहल्ला जलमग्न हो जाता है। इसके अलावा यहां के पूर्व पार्षद मो. गुलाब ने बताया कि इस वार्ड के नालों से तीन अन्य वार्डों का पानी भी होकर गुजरता है। ऐसे में यहां की जलनिकासी व्यवस्था पहले से ही दबाव में रहती है। हाल ही में दुमदुमा मोहल्ले के पास नाले और गड्ढों को भरकर अतिक्रमण कर लिया गया है। वहीं, दिलदारगंज के बीच पानी के बहाव के रास्ते को निजी जमीन बताकर पूरी तरह बंद कर दिया गया है। इसका असर यह हुआ है कि पानी छोटी-छोटी नालियों से होकर बह रहा है और गलियों में स्थायी जलजमाव बना रहता है। इस साल जनवरी में दिलदारगंज में बनी नई सड़क के बाद से स्थिति और भी खराब हो गई है। नाले का पानी सड़कों, नालियों और गलियों में जमा होता है। इसी तरह कई लोगों ने कहा कि कई जगहों पर नालियों पर ढक्कन नहीं लगे हैं। इससे बच्चों और बुजुर्गों के गिरने की घटनाएं आम हो चुकी हैं। कई गलियों में नाला खुला है, जिससे रोजाना दुर्घटनाएं हो रही हैं। खासकर रात के समय टूटे स्लैब में साइकिल और मोटरसाइकिल के फंसने की घटनाएं बढ़ रही हैं। मोहल्ले में पेयजल और बिजली की व्यवस्था भी बदहाल है। निगम का सप्लाई पानी बहुत कम प्रेशर में आता है, जिससे घरों तक पानी नहीं पहुंच पाता। कई घरों में चापाकल ही एकमात्र सहारा है, लेकिन उनकी संख्या भी कम है। महिलाओं और बच्चों को दूर से पानी लाना पड़ता है। बिजली की आपूर्ति भी अनियमित बनी हुई है, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वार्ड पार्षद नुजहत परवीन ने कहा कि उन्होंने वार्ड में निगम की सुविधाएं पहुंचाने की पूरी कोशिश की है। मोहल्लों में सफाई व्यवस्था बेहतर की गई है और जहां सप्लाई पानी की दिक्कत है वहां सबमर्सिबल लगाए गए हैं। हालांकि जलनिकासी की समस्या को वह भी स्वीकार करती हैं। अतिक्रमण हटाने के बाद ही हो सकेगी जलनिकासी मोहल्ले के जफर हाशमी, मो. लइक अनवर, मो. मुस्तफा और जलालुद्दीन अंसारी समेत कई लोगों ने नगर निगम से जल्द स्थायी समाधान की मांग की है। उनका कहना है कि सिर्फ पंपसेट चलाने से काम नहीं चलेगा। जब तक नाले के रास्ते से अतिक्रमण नहीं हटेगा और वैकल्पिक निकासी की व्यवस्था नहीं होगी, तब तक यह जलजमाव समस्या बनी रहेगी। दिलदारगंज के लोग रोजाना जलजमाव, जलनिकासी, पेयजल और सुरक्षा जैसे बुनियादी समस्याओं से जूझ रहे हैं। नगर निगम और जिला प्रशासन की ओर से स्थायी समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाना बेहद जरूरी हो गया है, नहीं तो आने वाले दिनों में यह समस्या और भयावह रूप ले सकती है। मोहल्ले के कई लोगों ने कहा कि बहादुरगंज और दिलदारगंज के बीच पानी के बहाव के रास्ते को निजी जमीन वालों के रोकने से पूरा मोहल्ला जलजमाव की समस्या से परेशान है। नगर निगम यदि जल्दी कदम नहीं उठाता है तो परेशानी और भी बढ़ेगी। नगर निगम के कर्मी पंपसेट से पानी निकालने का काम दिन में तो करते हैं, लेकिन रात के समय मोहल्ले में चारों तरफ रास्ते पर गंदा पानी फैल जाता है। हल्की सी बारिश होने पर जलजमाव की समस्या विकराल रूप धारण कर लेती है। जलजमावदूर करने के लिए नगर निगम और जिला प्रशासन के स्तर पर काम करने की जरूरत है। नाले पर पड़े स्लैब के टूट जाने से दुर्घटना की आशंका मोहल्ले के लोगों ने कहा कि मोहल्ले की कई गलियों के मुहाने पर नाले पर पड़ा स्लैब टूट जाने से हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। हमेशा रात के समय लोगों की साइकिल व बाइक टूटे स्लैब में फंस जाती है जिससे वे चोटिल हो जाते हैं। इसे तुरंत ठीक कराने की जरूरत है। इसके साथ ही खुले नाले पर ढक्कन लगाने की भी लोगों ने मांग की। वहीं, वार्ड पार्षद नुजहत परवीन का कहना है कि वार्ड में नगर निगम की ओर से मिलने वाली सुविधाओं का लाभ वार्ड के सभी लोगों को पहुंचाने का पूरा प्रयास किया गया है। वार्ड के मोहल्ले में सफाई के साथ ही पीने के पानी की समुचित व्यवस्था की गई है। जिन मोहल्लों में सप्लाई पानी लो प्रेशर की वजह से नहीं पहुंच पाता वैसी जगहों पर सबमर्सिबल भी लगाया गया है। इसके बावजूद कुछ एरिया में अभी भी पीने के पानी की किल्लत है।

-बोले जिम्मेदार-

बड़े नाले के निर्माण की योजना पास हो चुकी है। आने वाले कुछ दिनों में नाला निर्माण में हाथ भी लग जाएगा। फिलहाल जलजमाव और जलनिकासी की समस्या को दूर करने के लिए रोजाना पंपसेट चलाया जा रहा है। पहले से नाले का पानी जिधर से निकलता था उसे अवरुद्ध कर दिया गया है। इससे पिछले आठ-नौ महीनों में परेशानी बढ़ गई है। इसके समाधान के लिए हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। - नुजहत परवीन, वार्ड 38 की पार्षद।

दिलदारगंज में सड़क पानी बरसाती पानी जमा होने की शिकायत पर नगर निगम की ओर से पंपसेट लगाकर पानी की निकासी करायी जाती है। वहां बड़ा नाला बनाने की भी प्रक्रिया चल रही है। - रवि अमरनाथ, सिटी मैनेजर।

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