डीएमसी का स्थापना दिवस समारोह कल
दरभंगा | नगर प्रतिनिधि कोरोना महामारी के चलते दरभंगा मेडिकल कॉलेज का स्थापना दिवस...
दरभंगा | नगर प्रतिनिधि
कोरोना महामारी के चलते दरभंगा मेडिकल कॉलेज का स्थापना दिवस व पूर्ववर्ती छात्र मिलन समारोह 23 फरवरी को सादगी के साथ मनाया जाएगा। समारोह के दौरान कोरोना गाइडलाइन्स का पालन किया जाएगा। सुबह 8.30 बजे शुरू होकर सभी कार्यक्रम दोपहर तीन बजे तक समाप्त हो जाएंगे। रविवार को कॉलेज के प्रशासनिक भवन स्थित डिजिटल लेक्चर थिएटर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सह आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. केएन मिश्रा ने दी। आयोजन समिति के सचिव डॉ. अशोक कुमार ने इस मौके पर कहा कि 23 फरवरी को कार्यक्रम की शुरुआत पूर्ववर्ती छात्र और शिशु रोग विभाग के पूर्व प्राध्यापक डॉ. अनिल कुमार सिन्हा ध्वजारोहण करेंगे। इस मौके पर डीएमसी एलुमनी एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. यूपी सिंह एवं पटना मेडिकल कॉलेज के पूर्व अधीक्षक एवं प्राचार्य डॉ. अमरकांत झा अमर की उपस्थिति उल्लेखनीय रहेगी। ध्वज गान कॉलेज के छात्र-छात्राएं करेंगे। पुरानी बिल्डिंग में महाराजा रामेश्वर सिंह की मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद प्राचार्य डॉ. केएन मिश्रा मार्च पास्ट करते हुए प्रशासनिक भवन परिसर पहुंचेंगे। कॉलेज की लाइब्रेरी में महाराजा की पोट्र्रेट पर पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी। इसके बाद छात्र-छात्राएं नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करेंगे। नुक्कड़ नाटक के बाद साइंटिफिक सेशन होगा। मेडिसिन विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. एके गुप्ता ‘योगा कैप्सूल इन हेल्थ एंड डीजीजेज पर व्याख्यान देंगे। इसकी अध्यक्षता शिशु सेवानिवृत्त प्राध्यापक डॉ. भोला नायक एवं प्रख्यात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. कुमुदिनी झा ने करने की सहमति प्रदान की है। उद्घाटन कार्यक्रम के मास्टर ऑफ सेरेमनी डीएमसीएच के पूर्व अधीक्षक डॉ. राज रंजन प्रसाद रहेंगे। मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ.मानस बिहारी वर्मा होंगे। स्वागत समिति के अध्यक्ष डॉ. ओम प्रकाश ने बताया कि कार्यक्रम में ग्रैंडमास्टर का सम्मान किया जाएगा और गोल्ड मेडलिस्ट को प्रशस्ति प्रदान की जाएगी। कोरोना को ध्यान में रखते हुए संध्याकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं भोज को स्थगित कर दिया गया है। इस कार्यक्रम की सफलता में सभी विभागाध्यक्षों के साथ पीजी छात्र एवं छात्राओं का भरपूर सहयोग मिल रहा है। इस बार कोरोना को देखते हुए पूर्ववर्ती छात्रों की सहभागिता सीमित होगी।